उत्तराखंड में मौसम साफ होने के बाद बद्रीनाथ धाम के लिए एक बार फिर यात्रा आरम्भ हो चुकी है। इसके साथ ही नैनीताल से रामगढ़ और मुक्तेश्वर के लिए सड़क मार्ग भी बहाल कर दिया गया है। उत्तराखंड के डीजीपी अशोक कुमार ने गुरुवार को इसकी जानकारी दी।
डीजीपी अशोक कुमार ने कहा किबद्रीनाथ धाम के लिए छोटे/हल्के वाहनों के लिए मार्ग खुलने के साथ चारधाम यात्रा फिर से शुरू हो गई है। वहीं नैनीताल से रामगढ़ और मुक्तेश्वर के लिए सड़क मार्ग को भी अब चालू कर दिया गया है। केदारनाथ, गंगोत्री और यमुनोत्री के लिए यात्रा बुधवार से ही आरम्भ कर दी गयी थी।
उत्तराखंड में बीते 17 और 18 अक्टूबर को आई मूसलाधार बारिश ने कई जिलों में तबाही मचा दी। प्रभावित इलाकों में अब युद्धस्तर पर बचाव और राहत कार्य चलाया जा रहा है। बारिश के कारण आई तबाही में मरने वालों की संख्या हुई 52 हो गई है। वहीं अभी तक 17 जख्मी व्यक्तियों का भी पता चला है।
बारिश के चलते हुए भूस्खलन से अनेक सड़कें अवरुद्ध हो गई हैं और अनेक गांवों में बिजली आपूर्ति भी ठप हो गई है। मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ग्राउण्ड जीरो पर उतर कर बचाव और राहत कार्य की मॉनीटरिंग कर रहे हैं। सबसे अधिक प्रभावित क्षेत्र उत्तराखंड का सबसे बड़ा पर्यटन केंद्र ‘नैनीताल’ है। अकेले नैनीताल में 28 लोगों की मौत हो गई है और कई लोग अभी भी लापता हैं।