उत्तराखंड के जोशीमठ में मुआवजे को लेकर लोगों ने आज जमकर प्रदर्शन किया। प्रशासन का बुलडोजर आज असुरक्षित घरों को गिराने मौके पर पहुंचा तो आपदा पीड़ितों ने विरोध जताना शुरू कर दिया। वहीं, लोगों के हंगामे को देखते हुए जिलाधिकारी ने डिमोलेशन पर रोक लगा दी है।
पीड़ितों ने मुआवजा राशी दी जाने की मांगी की
आपदा पीड़ितों ने कहा कि पहले उन्हें उचित मुआवजा राशि दी जाए, तभी घरों को गिराया जाए। हालांकि, प्रशासन ने कहा है कि उन्हें हर संभव मदद दी जाएगी। वहीं, जोशीमठ के ताजा हालात को देखते हुए डीएम ने स्थानीय लोगों के साथ मीटिंग की मगर बेनतीजा रही। लोगों ने डीएम के सामने अपनी मांगे रखी हैं।
पहले उन्हें उचित मुआवजा दे
प्रभावित परिवारों का कहना है कि प्रशासन पहले उन्हें उचित मुआवजा दे और उनके पुर्नवास का प्रबंध करे जिसके बाद ही डिमोलेशन की कार्रवाई करने दी जाएगी। हालांकि चमोलीडीएम हिमांशु खुराना ने उनकी मांगों को सरकार के सामने रखने की बात कही है। बताया जा रहा है कि ज्यादा खतरे वाली बिल्डिंग को हथोड़े या छोटे औजार से गिराया जाएगा।
आपदा पीड़ितों के बीच बांटे गए कंबल
इस बीच, आपदा पीड़ितों के बीच सरकार ने मदद पहुंचानी शुरू कर दी है। अबतक 53 प्रभावित परिवारों को 5000 रुपये हर परिवार दिए गए हैं। वहीं, 10 क्षतिग्रस्त भवनों के प्रभावितों को प्रति भवन 1।30 लाख की दर से पैसे दिए गए हैं। इसके साथ ही प्रभावित परिवारों को खाद्यान किट और कंबल भी वितरित किए गए हैं। अबतक कुल 70 खाद्यान्न किट औप 70 कम्बल पीड़ितों को दिए गए हैं। साथ ही 570 लीटर दूध प्रभावितों के बीच बांटा गया है।
80 लोगों की मेडिकल जांच की गई
वहीं, कुल 80 प्रभावित व्यक्तियों की मेडिकल जांच की गई है। बताया जा रहा है कि भू-धंसाव के कारण जोशीमठ क्षेत्र में कुल 723 भवनों में दरारें आ चुकी हैं। सुरक्षा को देखते हुए 131 परिवारों को अस्थाई रूप से विस्थापित कर दिया गया है।वहीं, उत्तराखंड के मुख्य सचिव एस एस संधू ने एनसीएमसी को वर्तमान स्थिति के बारे में जानकारी दी और बताया कि गंभीर रूप से क्षतिग्रस्त मकानों के निवासियों को सुरक्षित स्थानों पर स्थानांतरित किया जा रहा है। बयान में कहा गया है कि प्रभावित परिवारों को समायोजित करने के लिए जोशीमठ और पीपलकोटी में राहत आश्रयों की पहचान की गई है तथा राज्य सरकार द्वारा उचित मुआवजा एवं राहत उपाय प्रदान किए जा रहे हैं
गृह मंत्रालय के अधिकारी जोशीमठ में
केंद्रीय गृह सचिव अजय भल्ला ने समिति को बताया कि सीमा प्रबंधन सचिव के नेतृत्व में गृह मंत्रालय के अधिकारियों की एक उच्च स्तरीय टीम वर्तमान में स्थिति के आकलन के लिए जोशीमठ में है।केंद्रीय रक्षा राज्य मंत्री अजय भट्ट ने कस्बे के प्रभावित क्षेत्रों का दौरा किया और लोगों से मुलाकात की। उन्होंने कहा कि लोगों की जान बचाने के लिए जनहित में विध्वंस की कार्रवाई की जा रही है।