बांका : 21 फरवरी 1991 को भागलपुर जिला से अलग होकर बांका नया जिला के रूप में अस्तित्व में आया। प्रारंभ से लेकर अब तक विकास की नई इबारत लिखी। नक्सल प्रभावित क्षेत्र होने के बाबजूद भी सडक़, बिजली, शिक्षा के क्षेत्र में काफी काम हुआ। आज बांका जिला के 29वें स्थापना दिवस का उद्घाटन राजस्व एवं भूमि सुधार मंत्री रामायण मंडल ने दीप प्रज्वलित कर किया। मंत्री श्री मंडल ने कहा कि जिला शिक्षण के समय का बांका और वर्तमान का बांका में काफी अंतर आया है, सडक़, स्वास्थ्य हर घर बिजली, सात निश्चय के साथ सरकार की योजनाएं बांका के सरजमीं पर दिखने लगी है।
हाल ही में बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार और उपमुख्यमंत्री सुशील कुमार मोदी ने बांका के विकास को करीब से आकर देखा। शिक्षा के क्षेत्र में बांका की पहचान अंतरराष्ट्रीय स्तर पर होने लगी। खुद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जब बांका आए थे यहां उमड़ी अपार भीड़ को आज भी याद करते कुछ दिन पहले बिहार दौरे पर आए प्रधानमंत्री मोदी से जब मेरी मुलाकात हवाई अड्डे पर हुई तो फिर बांका की याद ताजा हुई।
जिलाधिकारी कुंदन कुमार ने कहा कि उन्नयन से बांका को नयी पहचानमिली। श्रीकुमार ने कहा कि दलित, आदिवासी व खेत खलिहान के बच्चों को मोबाइल विद्यालय द्वारा पढ़ाई करायी जाती है। पढ़ाई करने के बाद दलित आदिवासी के बच्चे को जल्द जानकारी मिल जाती है। बहुत ऐसे बच्चों को चयन भी किया गया है जो रोजगार कर रहे हैं। जिलाधिकारी ने वीर कुंवर सिंह मैदान में लगे प्रदर्शनी का निरीक्षण किया। कृषि, स्वास्थ्य, शिक्षा सहित विभिन्न विभागों के द्वारा स्टॉल लगाया गया है।
कार्यक्रम में एसपी स्वपन जी, मेश्राम, उप विकास आयुक्त अभिलाष शर्मा, अपार समर्थन डा. संजय कुमार, एसपी अभियान ओम प्रकाश सिंह, अनुमंडल पदाधिकारी मनोज कुमार चौधरी, एसडीपीओ बांका रविंद्र कुमार दास, सिविल सर्जन जिला जनसंपर्क पदाधिकारी योगेंद्र लाल, आईटी मैनेजर प्रमोद कुमार, जिला कोषागार पदाधिकारी नवल किशोर यादव, जिला शिक्षा पदाधिकारी मोहम्मद अहसन सहित जिले के पदाधिकारी मौजूद थे।