पश्चिम बंगाल के नदिया में कथित सामूहिक बलात्कार और एक नाबालिग की मौत पर विवाद के बीच, राष्ट्रीय महिला आयोग (एनसीडब्ल्यू) की अध्यक्ष रेखा शर्मा ने मुख्यमंत्री ममता बनर्जी को इस मामले पर उनकी टिप्पणी के लिए "दुर्भाग्यपूर्ण" करार दिया। रेखा शर्मा ने कहा कि "घटना पर उनका (सीएम ममता बनर्जी का) बयान बहुत दुर्भाग्यपूर्ण है। एक महिला होने के नाते, उन्हें दूसरी महिला का दर्द समझना चाहिए। उन्होंने पीड़िता पर उंगली उठाई, यह गलत है।"
CM ममता ने पीड़िता को लेकर दिया था ये बयान
दरअसल, मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने सोमवार को सवाल किया कि क्या लड़की के साथ वास्तव में बलात्कार हुआ था या उसके प्रेम संबंध थे जिससे वह गर्भवती हुई। मुख्यमंत्री ने कहा, "आप कैसे जानते हैं कि उसके साथ बलात्कार किया गया था? पुलिस अभी तक मौत के कारण का पता नहीं लगा पाई है। मैंने उनसे पूछा था। क्या वह गर्भवती थी या प्रेम संबंध था या बीमार थी? यहां तक कि परिवार भी जानता था कि यह एक प्रेम संबंध था। अगर वे रिश्ते में है, मैं उन्हें कैसे रोक सकती हूं?"
राज्यपाल जगदीप धनखड़ ने ममता सरकार से मांगा जवाब
वहीं, पश्चिम बंगाल के राज्यपाल जगदीप धनखड़ ने नदिया जिले के हंसखाली में एक 14 वर्षीय लड़की के कथित सामूहिक बलात्कार और मौत पर सोमवार को राज्य सरकार से जवाब मांगा। कलकत्ता हाई कोर्ट ने मंगलवार को केंद्रीय जांच ब्यूरो (सीबीआई) को हंसखाली बलात्कार मामले की जांच की अनुमति दे दी। इस महीने की शुरुआत में, पश्चिम बंगाल के नदिया जिले में कथित तौर पर सामूहिक बलात्कार के बाद एक 14 वर्षीय लड़की की मौत हो गई थी। पीड़ित परिवार ने मामले में तृणमूल कांग्रेस के एक पंचायत नेता के बेटे पर आरोप लगाया है।
विपक्ष पर लगाया मामले को राजनीतिक मोड़ देने का आरोप
मामले में आईपीसी की धारा 376 (2) (जी) (सामूहिक बलात्कार), 302 (हत्या), 204 (सबूत के साथ छेड़छाड़) और पॉक्सो अधिनियम की संबंधित धाराओं के तहत मामला दर्ज किया गया था। साथ ही सीएम बनर्जी ने विपक्ष पर निशाना साधते हुए कहा था, जो हुआ वह सही नहीं है। मैं इसकी निंदा करती हूं। पुलिस ने आरोपी को गिरफ्तार कर लिया है। लेकिन विपक्षी दल और मीडिया का एक वर्ग पूरे आयोजन को राजनीतिक मोड़ देने की कोशिश कर रहा है। मुझे खबर मिली है कि आरोपी और पीड़िता के बीच प्रेम संबंध था। तो जांच पूरी होने से पहले किसी निष्कर्ष पर क्यों पहुंचें।