देशभर में केंद्र द्वारा जारी अनलॉक-5 में कई तरह की धार्मिक गतिविधियों को मंजूरी दी गयी थी जिसके आधार पर माता रानी के भक्तों के लिए भी एक अच्छी खबर आई है कि आज से अधिक भक्त मां वैष्णो देवी के दर्शन कर सकते हैं। आज यानी 15 अक्टूबर से माता के दर्शनों के लिए वैष्णो देवी मंदिर जाने वाले तीर्थयात्रियों की सीमा रोजाना 5000 से बढ़ाकर 7000 कर दी गई है।
माता वैष्णो देवी श्राइन बोर्ड के मुख्य कार्यकारी अधिकारी रमेश कुमार के मुताबिक, माता के गुफा मंदिर में रोजाना जाने वाले तीर्थयात्रियों की संख्या अब 5,000 से बढ़ाकर 7,000 तक कर दी गई है। उन्होंने बताया कि अब तक वो 17 अक्टूबर से शुरू होने वाले नवरात्रि उत्सव में तीर्थयात्रियों की यात्रा की व्यवस्था की समीक्षा कर रहे थे। उन्होंने बताया कि तीर्थयात्रियों का पंजीकरण केवल ऑनलाइन मोड के माध्यम से जारी रहेगा ताकि यात्रा पंजीकरण काउंटरों पर लोगों की भीड़ से बचा जा सके।
उन्होंने बताया कि हर साल कि तरह इस साल भी वैष्णो देवी मंदिर कि साज सज्जा में किसी तरह कि कोई कमी नहीं आएगी माता वैष्णो देवी भवन, अताका और उसके आसपास के क्षेत्र की पुष्प सज्जा का काम, जो साल में 2 बार पवित्र नवरात्रि पर्व पर किया जाता है, पहले ही शुरू हो चुका है और शारदीय नवरात्रों की शुरुआत से पहले अच्छी तरह से पूरा हो जाएगा। इसके अलावा माता के भवन में आकर्षक और रंगीन रोशनी की सज्जा का काम भी तेजी से किया जा रहा है।
उन्होंने आगे कहा कि नवरात्रि पर्व के दौरान वैष्णों देवी मंदिर आने वाले तीर्थयात्रियों की बढ़ती संख्या को देखते हुए खच्चरों, पिठ्ठुओं और पालकियों की सेवाओं को विनियमित रूप से 15 अक्टूबर तक कटरा और भवन के बीच संचालित करने की अनुमति दी जाएगी। साथ ही सभी श्रद्धालुओं कि सुरक्षा के मद्देनजर सरकार द्वारा अधिसूचित सभी सुरक्षा मानदंडों और दिशानिर्देशों का पालन किया जाएगा। इस संबंध में एक विस्तृत एसओपी शीघ्र ही जारी की जाएगी।