पश्चिम बंगाल में आज से विधानसभा सत्र की शुरुआत हो रही है, सरकार के गठन के बाद से पहली बार सत्र का आयोजन होने जा रहा है। इस बिच अटकलें लगाई जा रही हैं कि पश्चिम बंगाल में विधानसभा सत्र की शुरुआत भी दिलचस्प हो सकती है। बंगाल में पक्ष और विपक्ष के अलावा ममता सरकार और राज्यपाल जगदीप धनखड़ के बीच भी तनातनी चल रही है। बता दें कि 2 जुलाई को सत्र की शुरुआत राज्यपाल के संबोधन से होगी, ये विधानसभा सत्र 8 जुलाई तक ही चलेगा। 7 जुलाई को राज्य सरकार का बजट पेश किया जाना है।
पश्चिम बंगाल विधानसभा सत्र की शुरुआत आज दोपहर 2 बजे राज्यपाल जगदीप धनखड़ के अभिभाषण के साथ होगी, लेकिन राज्यपाल जगदीप धनखड़ द्वारा पहले ही साफ कर दिया गया है कि जो ममता सरकार ने लिखकर भेजा है, वो सदन में भाषण को हूबहू नहीं बोलेंगे। उन्होंने भाषण को लेकर आपत्ति जाहिर की है, जानकारी के मुताबिक धनखड़ अपने संबोधन में बंगाल में चुनाव के बाद हुई हिंसा के बारे में कुछ कहना चाहते थे। लेकिन ममता सरकार ने साफ किया कि संबोधन कैबिनेट से पास हो चुका है।
दोनों पक्षों के बीच तनातनी बढ़ चुकी है, बीते सोमवार को सीएम ममता बनर्जी ने राज्यपाल जगदीप धनखड़ को भ्रष्टाचारी कह दिया था। इसके जवाब में राज्यपाल ने सोमवार की शाम को प्रेस कॉन्फ्रेंस करके खुद पर लगाए गए सारे आरोपों को सिरे से खारिज कर दिया था। राज्यपाल धनखड़ ने कहा था कि उन पर राजनीति की भावना से प्रेरित होकर सारे आरोप लगाए जा रहे हैं। जाहिर है अभिभाषण को हूबहू ना पढ़ने की बात कहकर उन्होंने सरकार पर निशाना साधने के संकेत दे दिए हैं, इससे राज्य सरकार और राजभवन के बीच की दूरी और बढ़ने की आशंका गहरा गई है।