बंगाल में केंद्रिय एजेंसियों का विरोध करना आमबात होती जा रही हैं , प्रदेश के हुगली जनपद में राष्ट्रीय बाल अधिकार संरक्षण आयोग के अध्यक्ष प्रियांक कानूनगो को लोगों का विरोध झेलना पड़ा हैं। दरअसल प्रियांक कानूनगो एक मृत नाबालिग लड़की के परिजनों से मिलने पहुंचे थे , जिनके पहुंचने पर वंहा सियासी दल से जुड़े हुए लोगों ने विरोध कर काले झंड़े दिखाने शुरू कर दिए।
लड़की पूर्व दिनों में बैद्यबटी में पाई गई थी , जिसके परिपेक्ष में बीजेपी नेताओं ने मृत लड़की की जांच के लिए राष्ट्रीय बाल अधिकार संरक्षण आयोग से शिकायत की थी , शिकायत मिलने पर ही आयोग के अध्यक्ष प्रियांक कानूनगो लड़की के परिजनों से मिलने हुगली पहुंचे थे। राष्ट्रीय बाल अधिकार संरक्षण आयोग की टीम के साथ शिकायत कर्ता के रूप में बीजेपी नेता प्रियंका टिबरेवाल भी थी। हालांकि इस दौरान पुलिस ने सकारात्मक तौर पर टीम को सुरक्षा प्रदान करते हुए लोगों को शांत कराया।
प्रियांक ने तृणमूल कांग्रेस के नेताओं पर लगाया रास्ता रोकने का आरोप
विरोध होने के बावूजद प्रियांक कानूनगो मृत लड़की के परिजनों से मिले, प्रियांक कानूनगो ने राज्य की कानून व्यवस्था पर सवाल खड़ा करता हुआ कि जब यह सरकार आयोग को सुरक्षा प्रदान नहीं कर सकती, तो हम बच्चों की सुरक्षा प्रदान करने में सरकार की विफलता के बारे में अंदाजा लगा सकते हैं। उन्होनें आगे कहा कि सत्ता के गुंडे उनका रास्ता रोक रहे हैं।
आपको बता दे की बंगाल में केंद्रिय एजेंसिया काफी विरोध झेल चुकी हैं, सत्तापक्ष के नेता केंद्र की जांच एजेंसिया का विरोध करते हुए लोकतंत्र की हत्या करार देते हैं ,बंगाल में घोटाले व हिंसा के चलते केंद्रिय एजेंसिया कई मामलों में जांच कर रही हैं। कई मौके पर केंद्रिय जांच एजेंसियों का सीएम ममता बनर्जी सीधे तौर पर लोगों को विरोध करने के लिए बोल चुकी हैं ।