केंद्र सरकार द्वारा मिलने वाले मुफ्त राशन को उपभोक्ताओं को देने के बजाय खुली बाजार में बेचने के आरोप में गिरफ्तार आरोपी बकीबुर रहमान से प्रवर्तन निदेशालय की टीम लगातार पूछताछ कर रही है। पश्चिम बंगाल में करोड़ों रुपये के राशन वितरण घोटाले की जांच कर रहे कोलकाता के गिरफ्तार व्यवसायी बकीबुर रहमान की पत्नी और साले के बैंक खाते प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) की जांच के दायरे में हैं।
आरोपी व्यवसायी बकीबुर रहमान के बैंक खातों से मिली अहम जानकारी
रहमान को पिछले हफ्ते केंद्रीय एजेंसी के अधिकारियों ने गिरफ्तार किया था। सूत्रों के मुताबिक, अधिकारियों को आरोपी व्यवसायी बकीबुर रहमान के बैंक खातों के बारे में निश्चित जानकारी मिली है, जिनका इस्तेमाल कथित घोटाले की रकम को इधर-उधर करने में किया गया है। रहमान के आवास, कार्यालय, चावल-मिल और होटल से जब्त किए गए कई दस्तावेजों की जांच करने के बाद ईडी जांच एजेंसी के अधिकारियों ने उनके स्वामित्व वाली विभिन्न व्यावसायिक संस्थाओं में 50 करोड़ रुपये से अधिक के निवेश की पहचान की।
दुबई में रहमान की विदेशी संपत्ति का पता लगा चुके हैं ईडी के अधिकारी
सूत्रों ने कहा कि जांच अधिकारी दुबई में रहमान के नाम पर पंजीकृत दो आलीशान मकानों का पता लगाने में सक्षम थे, जिसकी कुल कीमत 14 करोड़ रुपये से कम नहीं थी। पहले ही, रहमान के कार्यालय से कई राज्य सरकार की मुहरों की जब्ती से इस मामले में राज्य के खाद्य एवं आपूर्ति विभाग के वरिष्ठ अधिकारियों की संलिप्तता की पुष्टि हो गई है।
सूत्रों के मुताबिक, उनके कार्यालय से बरामद सरकारी मुहरों में पश्चिम बंगाल आवश्यक वस्तु आपूर्ति निगम लिमिटेड, मुख्य निरीक्षक, जिला खाद्य आपूर्ति अधिकारी और राज्य खाद्य एवं आपूर्ति विभाग के उप-निरीक्षक शामिल हैं। ईडी अधिकारियों ने कहा कि विभाग के अधिकारियों के एक वर्ग की सक्रिय भागीदारी के बिना, इतने सारे टिकट आरोपी के कार्यालय तक नहीं पहुंच सकते थे।