किसानों द्वारा कृषि कानून के खिलाफ बुलाए गए भारत बंद का असर दिखने लगा है। मंगलवार सुबह ही देश के अलग-अलग इलाकों में कई संगठन सड़कों पर उतरे हैं और प्रदर्शन कर रहे हैं। यूपी, महाराष्ट्र, ओडिशा समेत अन्य राज्यों में ट्रेनें रोकी गई हैं। हालांकि, किसान संगठनों ने सुबह 11 से दोपहर 3 बजे तक चक्का जाम की बात कही है। देश के सभी विपक्षी दलों ने इस बंद को अपना समर्थन दिया है। इसके अलावा किसान यूनियन भी किसानों के साथ आए हैं।
किसानों की मांग है कि सरकार इन कानूनों को वापस ले। वहीं बंद के कारण कई जगहों पर आवाजाही प्रभावित हो सकती है। दिल्ली के सिंधु बॉर्डर पर भारत बंद को देखते हुए पुलिस तैनात है। साथ ही देश के अलग-अलग राज्यों में राजनीतिक दल सड़कों पर उतरे हैं। किसानों के भारत बंद को देखते हुए अलग-अलग राज्यों में सुरक्षा बढ़ाई गई है।
बिहार
बिहार की राजधानी पटना में केंद्र सरकार के कृषि कानूनों के खिलाफ किसान यूनियन ने आज भारत बंद बुलाया है। इसके मद्देनजर पटना में भारी संख्या में सुरक्षाकर्मियों को तैनात किया गया है। बिहार सरकार ने सभी एसपी को आदेश दिया है कि यदि प्रदर्शनकारी कानून-व्यवस्था को हाथ में लेने की कोशिश करें, तो उनपर सख्त कार्रवाई की जाए।
महाराष्ट्र
बंद के तहत महाराष्ट्र में रेल रोकी गई। महाराष्ट्र के पुणे में ‘भारत बंद’ के दौरान एपीएमसी का बाजार खुला है। एक स्थानीय व्यापारी सचिन पयगुडे कहते हैं, ‘हम किसानों के आंदोलन का समर्थन करते हैं। लेकिन हमने आज बाजार खुला रखा है। ऐसे में दूसरे राज्यों से आने वाले कृषि उत्पादों को स्टोर किया जा सकता है वरना वे सड़ जाएंगे। इन्हें कल ही बेचा जाएगा।’
ओडिशा
ओडिशा में कांग्रेस सहित आठ राजनीतिक दल भारत बंद का समर्थन कर रहे हैं। उन्हें फेडरेशन ऑफ ऑल ओडिशा ट्रेडर्स एसोसिएशन का भी समर्थन मिला है।विरोध को देखते हुए राज्य सरकार ने घोषणा की है कि मंगलवार को सभी सरकारी कार्यालय बंद रहेंगे।
पंजाब
भारत बंद का पंजाब पर खास असर इसलिए भी माना जा रहा है क्योंकि किसान आंदोलन का केंद्र पंजाब ही है। चूंकी सत्तारूढ़ कांग्रेस, विपक्षी शिरोमणि अकाली दल और आम आदमी पार्टी बंद का समर्थन कर रही है। राज्य पूरी तरह बंद रह सकता है।
हरियाणा
पंजाब के अलावा किसान आंदोलन का एक और अन्य केंद्र हरियाणा भी है जहां राज्य सरकार की सहयोगी जननायक जनता पार्टी के 5 विधायकों ने किसानों के भारत बंद का समर्थन किया है। इसके चलते नैशनल हाइवे समेत दिल्ली की तरफ आने वाले कई रास्तों पर बंद का असर पड़ सकता है।
पश्चिम बंगाल
पश्चिम बंगाल में सत्तारूढ़ तृणमूल कांग्रेस और कांग्रेस के साथ-साथ लेफ्ट पार्टियों ने भी भारत बंद का समर्थन किया है। यहां राज्य की सभी ट्रेड यूनियन ने भी बंद के समर्थन में है। एक ओर किसान कृषि कानून के खिलाफ बंद रखे हैं और दूसरी ओर भाजपा ने अपने कार्यकर्ताओ की हत्या के लिए बंद का आह्वान किया है। ऐसे में पश्चिम बंगाल पर दोहरा प्रभाव देखने को मिल रहा है।
उत्तर प्रदेश
यहां भारतीय किसान यूनियन का ज्यादा प्रभाव है। यूनियन सरकार के कानून का विरोध कर रहा है। बस और रेल यात्रियों को भारत बंद के चलते परेशानी हो सकती है। यूपी में शाम तीन बजे तक चक्का जाम रहेगा। यातायात सेवाएं प्रभावित हैं।
राजस्थान
राजस्थान में सत्तारूढ़ कांग्रेस ने किसानों के बंद का समर्थन किया है। राज्य के बड़े हाइवे पर बंद का सबसे ज्यादा असर पड़ सकता है। हाइवे पर अतिरिक्त पुलिस बल की तैनाती की जा रही है।
सरकार ने जिलाधिकारियों को भारत बंद के मद्देनजर कानून व्यवस्था को बनाए रखने और जिलों में आवश्यक सेवाओं के रखरखाव को सुनिश्चित करने के लिए सभी निवारक उपाय अपनाने का आदेश दिया है।