केंद्रीय जांच ब्यूरो (सीबीआई) ने भोपाल के यूनियन कार्बाइड गैस ट्रेजेडी के पिछले छह साल से फरार चल रहे एक आरोपी को गिरफ्तार कर लिया गया हैं। आरोपी 2016 से फरार था। आरोपी को गिरफ्तार कर भोपाल कोर्ट में पेश किया गया। उसे मंगलवार को महाराष्ट्र के नागपुर से गिरफ्तार किया गया।
शकील कुरैशी नाम के आरोपी को भोपाल की जिला एवं सत्र न्यायाधीश की अदालत में बुधवार को पेश किया गया मगर तबीयत खराब होने के कारण उसे जमानत मिल गई। बता दें की भोपाल में तीन दिसंबर 1984 को यूनियन कार्बाइड कीटनाशक कारखाने से जहरीली गैस का रिसाव हुआ था।
जिसमें हज़ारो की संख्या में लोगों की मौत हो गई थी। सीबीआई ने इस मामले की जांच 12 दिसंबर 1984 को शुरू की थी। आरोपी के वकील के मुताबिक, यूनियन कार्बाइड फैक्ट्री में गैस रिसाव के दौरान कुरैशी शिफ्ट इंचार्ज था। उस पर केस चल रहा था और निचली अदालत से सजा हुई थी। जिला अदालत में इस फैसले के खिलाफ अपील की गई थी।
अदालत की फाइल से पता चला कि 19 फरवरी 2016 से वह कोर्ट में पेश नहीं हुआ था। कुरैशी भोपाल गैस कांड का बड़ा आरोपी है। आरोप है कि हादसे की रात यूनियन कार्बाइड फैक्ट्री में वह प्रोडक्शन यूनिट में ऑपरेटर का काम कर रहा था और शिफ्ट इंजार्ज भी था।
भोपाल की एक अदालत ने 2010 में यूनियन कार्बाइड की भारतीय इकाई के अध्यक्ष केशुभ महिंद्रा और प्रबंध निदेशक वी पी गोखले समेत 8 लोगों को 2 साल जेल और एक-एक लाख रुपये जुर्माना की सजा सुनाई थी।