पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह सहित दो दर्जन कार्यकर्ताओं पर श्यामला हिल्स पुलिस ने एफआईआर दर्ज की है। ये कार्रवाई शुक्रवार को मुख्यमंत्री आवास के सामने धरना देने पर की गई है। दिग्विजय सिंह ने इस पर कहा है कि हमने कोई अपराध नहीं किया। जानकारी के अनुसार प्रदेश में धरने पर रोक लगाई गई है, बावजूद कल धरना दिया गया। इसे सरकारी आदेश की अवहेलना माना गया। इसी आधार पर कार्रवाई की है। कांग्रेस कार्यकर्ताओं पर पुलिस ने 353 और 188 धारा के तहत मामला दर्ज किया है।
दिग्विजय सिंह ने शुक्रवार को भोपाल, राजगढ़, विदिशा और गुना जिले में टेम, पार्वती और सुठालिया सिंचाई परियोजनाओं के अंतर्गत डूब में आ रहे क्षेत्रों के किसानों तथा पीड़़ितों की मांगों को लेकर सीएम शिवराज सिंह चौहान से मिलने का समय मांगा था। समय मिलने के बाद निरस्त होने पर वे किसानों व समर्थकों के साथ मुख्यमंत्री निवास के लिए निकले थे। इस दौरान उनके साथ काफी भीड़ हो गई थी। पुलिस ने जब उन्हें सीएम हाउस जाने से रोका था तो उन्होंने वहीं धरना भी शुरू कर दिया था जिसे कोरोना गाइड लाइन का उल्लंघन मानते हुए दिग्विजय सिंह और अन्य के खिलाफ धारा 388 का अपराध पंजीबद्ध किया गया है।
शुक्रवार की रात को एफआईआर
दिग्विजय सिंह के सीएम से मिलने का घटनाक्रम सुबह ग्यारह बजे से शुरू हुआ था। मगर पुलिस ने उन्हें उनके श्यामला हिल्स स्थित सरकारी आवास से कुछ दूरी पर ही रोक लिया। उन्हें सीएम शिवराज सिंह चौहान के सीएम हाउस में नहीं होने की जानकारी दी गई। दिग्विजय सिंह कार से उतरकर समर्थकों और किसानों की भीड़ के साथ पैदल ही आगे की तरफ बढ़े तो बैरिकेटिंग से आगे उन्हें नहीं जाने दिया गया था। दिग्विजय सिंह और उनके साथ लोगों ने धरना शुरू कर दिया तो मुख्यमंत्री चौहान का समय मिलने पर समाप्त हुआ था। इस घटनाक्रम के बाद रात को दिग्विजय सिंह व अन्य लोगों के खिलाफ एफआईआर हुई।