कांग्रेस के द्वारा चल रही भारत जोड़ो यात्रा के दौरान राहुला गांधी ने वीर सावरकर को लेकर एक ऐसा बयान जारी कर दिया था जिसको लेकर राजनीतिक सियासत में मानों आग लग गई है। छतीसगढ़ के सीएम भूपेश बघेल ने राहुल गांधी के बयान को हास्यापद बताते हुए कहा कि बेहतर होता कि बयान पर जवाब मिलता है।
राहुल के विवादित बयान को हास्यापद बताया- भूपेंद्र
बघेल ने आज यहां विमानतल पर पत्रकारों द्वारा सावरकर के पौत्र द्वारा गांधी के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज करने के लिए मुबंई में दिए आवेदन के बारे में पूछे जाने पर यह टिप्पणी की।उन्होने कहा कि वीर सावरकर एक क्रान्तिकारी थे,यह उनके जीवन का पहला हिस्सा हैं।गिरफ्तारी के बाद जेल जाने पर उनके जीवन का दूसरा हिस्सा ही अग्रेजों के मददगार के रूप में इतिहास में दर्ज हैं। उन्होने कहा कि राहुल जी ने सावरकर जी के बारे में जो भी कहा हैं वह उऩकी खोज नही हैं बल्कि इतिहास के पन्नों में सब दर्ज हैं।उन्होने उन रिकार्डों को भी सार्वजनिक रूप से जारी किया हैं।
सीएम भूपेंद्र पटेल ने कहा, आजादी के लड़ई में हजारों हजार लोग जेल में गए और उन्होने यातनाएं सही पर माफी नही मांगी।लोक गंगाधर तिलक राष्ट्रपिता महात्मा गांधी,जवाहरलाल नेहरू,सरदार भगत सिंह, बिरसा मुंडा जी,सरदार पटेल,बटुक महराज जैसे अनेको अहम नेता जेल गए और उन्होने क्षमा नही मांगी और न ही अंग्रेजों ने उन्हे गद्दारी की पेंशन ही दी। उन्होने कहा कि आजादी की लड़ई में सावरकर एवं संघ अंग्रेजों के मददगार थे। बघेल ने पूर्व मुख्यमंत्री डा.रमन सिंह की चूहा,बिल्ली कभी कुत्ता के विश्लेष्णों से विभूषित करने का आरोप लगाते हुए कहा कि वह सामन्ती प्रवृत्ति के हैं और उन्हे सहन नही हो रहा हैं कि एक छत्तीसगढ़िया किसान मुख्यमंत्री हैं।