पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने राज्य में शिक्षकों की भर्ती को लेकर बड़ी घोषणा की। उन्होंने दावा किया कि राज्य में आने वाले समय में कुल 32 हजार टीचरों की भर्ती की जाएगी। बनर्जी ने कहा कि उच्च प्राथमिक स्तर (कक्षा 5-8) में कम से कम 14,000 रिक्तियों और प्राथमिक स्तर (कक्षा 1-4) में 10,500 रिक्तियों को भरने के लिए नियुक्ति प्रक्रिया अक्टूबर में दुर्गा पूजा से पहले पूरी हो जाएगी।
मार्च 2022 तक प्राथमिक शिक्षकों के लगभग 7,500 और पदों पर नियुक्तियां की जाएंगी। मुख्यमंत्री ने कहा, ”अगले साल मार्च तक करीब 32 हजार शिक्षकों की नियुक्ति की जाएगी।” उन्होंने कहा कि नियुक्तियां मेरिट लिस्ट के आधार पर की जाएंगी और किसी लॉबिंग की जरूरत नहीं होगी।
बनर्जी ने कहा, ”जिन्होंने परीक्षा उत्तीर्ण की है वे नौकरी के लिए पात्र हैं। अदालती मामलों के कारण नियुक्तियां अटकी हुई थीं।” कलकत्ता हाई कोर्ट ने फरवरी में प्राथमिक शिक्षकों के लिए भर्ती प्रक्रिया पर अंतरिम रोक लगाने का आदेश दिया था। यह आदेश नौकरी के इच्छुक उम्मीदवारों द्वारा दायर याचिकाओं के बाद पारित किया गया था, जिन्होंने पश्चिम बंगाल प्राथमिक शिक्षा बोर्ड द्वारा जारी मेरिट सूची में उनका नाम नहीं आने के बाद विसंगतियों का आरोप लगाया था।
हाई कोर्ट ने बाद में पश्चिम बंगाल केंद्रीय विद्यालय सेवा आयोग (डब्ल्यूबीसीएसएससी) को यह सुनिश्चित करने का निर्देश दिया कि योग्य उम्मीदवारों को नहीं छोड़ा जाए और भर्ती प्रक्रिया पारदर्शी तरीके से आयोजित की जाए। कलकत्ता हाई कोर्ट ने शुरू में आयोग को 10 मई तक साक्षात्कार सूची प्रकाशित करने के लिए कहा था।
बाद में न्यायालय को कोविड महामारी को देखते हुए उन्हें कुछ और समय दिया था। उच्च प्राथमिक विद्यालयों में शिक्षकों की भर्ती के लिए शिक्षक पात्रता परीक्षा (टीईटी) अगस्त 2015 में आयोजित की गई थी और परिणाम सितंबर 2016 में घोषित किए गए थे। साक्षात्कार के परिणाम अगस्त 2019 में जारी किए गए थे। इन परीक्षाओं में लगभग पांच लाख अभ्यार्थी बैठे थे। पिछले साल दिसंबर में बनर्जी ने घोषणा की थी कि प्राथमिक स्तर पर 16,500 शिक्षकों की नियुक्ति की जाएगी।