लोकसभा चुनाव 2024

पहला चरण - 19 अप्रैल

Days
Hours
Minutes
Seconds

102 सीट

दूसरा चरण - 26 अप्रैल

Days
Hours
Minutes
Seconds

89 सीट

तीसरा चरण - 7 मई

Days
Hours
Minutes
Seconds

94 सीट

चौथा चरण - 13 मई

Days
Hours
Minutes
Seconds

96 सीट

पांचवां चरण - 20 मई

Days
Hours
Minutes
Seconds

49 सीट

छठा चरण - 25 मई

Days
Hours
Minutes
Seconds

57 सीट

सातवां चरण - 1 जून

Days
Hours
Minutes
Seconds

57 सीट

लोकसभा चुनाव पहला चरण - 19 अप्रैल

Days
Hours
Minutes
Seconds

102 सीट

छतीसगढ़ के अस्पताल में बड़ी लापरवाही, वेंटिलेटर काम नहीं करने पर 4 बच्चों की गई जान, परिजनों ने किया हंगामा

घटना रविवार देर रात की. रात में अस्पताल में बिजली बंद हो गई। इसके चलते वेटिंलेटर बंद हो गया और चार बच्चों की मौत हो गई। इसके बाद अस्पताल में अफरा तफरी मच गई. बच्चों के परिजनों ने अस्पताल में जमकर हंगामा किया।

छतीसगढ के एक अस्पताल में लापरवाही का बड़ा मामला सामने आया है जिसके चलते 4 नवजात शिशुओं की कथित तौर से मौत हो गई है। आपको बता दें कि यह दर्दनाक हादसा राज्य के अम्बिकापुर मेडिकल कॉलेज से सामने आया है जहां पर अचानक ही वेटिंलेटर बंद होने की वजह से बच्चो को अपनी जान से हाथ धोना पड़ा। इस घटना के बाद से ही परिजनों ने जमकर हंगामा भी किया और विरोध प्रदर्शन किया। इस घटना ने बच्चों के परिवार को झकझोंर के रख दिया । 
रात रविवार को घटित हुई दर्दनाक घटना 
मिली जानकारी के मुताबिक अम्बिकापुर मेडिकल कॉलेज में यह दर्दनाक हादसा बीतें दिन यानि की रविवार को घटित हुआ। अस्पताल में देर रात अचानक ही बिजली चली गई जिसकी वजह से वेटिंलेट पूर्ण रूप से बंद हो गया जिसमें चार बच्चों की कथित तौर से मौत हो गई। जब इस बात की सूचना परिजनों को मिली अस्पाल में अफरा-तफरी का माहौल बन गया। 
स्वास्थ्य विभाग और जिला  प्रशासन ने संभाली कमान
आपकों बता दें कि जब इस बात की सूचना  सरगुजा कलेक्टर को दी गई तो उन्होंने  मौके पर पहुंचकर मातृ शिशु वार्ड का निरीक्षण किया। जिसके बाद स्वास्थ विभाग और जिला प्रशासन की टीम भी वहां पर पहुंच गई है। स्वास्थ्य मंत्री भी रायपुर से अम्बिकापुर के लिए रवाना हो गए है।
जिला क्लेक्टर ने जांच के दिए निर्देश 
 अस्पाल में बड़ी लापरवाही के चलते चार बच्चों ने अपनी जान गंवा दी । इस हादसे ने अस्पताल पर एक बड़ा प्रश्न चिंह लगा दिया है। मौके पर पहुंचक क्लेक्टर कुंदन कुमान ने औपचारिक रूप से स्पष्ट किया कि डॉक्टरों के मुताबिक चार से पांच घंटो के अंतराल पर ही बच्चों की मौत हो गई। लेकिन यह घटना बिजली जाने से या फिर वेंटिलेटर बंद होने से नहीं हुई है। इस बयान पर पलटवार करते हुए जिला क्लेक्टर ने कहा कि इस घटना की गंभीरता से जांच की जाएगी अगर वेंटिलेटर बंद हुए तो वह भी जल्द सामने आ जाएगा। 

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

19 − nine =

पंजाब केसरी एक हिंदी भाषा का समाचार पत्र है जो भारत में पंजाब, हरियाणा, राजस्थान, हिमाचल प्रदेश और दिल्ली के कई केंद्रों से प्रकाशित होता है।