बिहार के मुजफ्फरपुर शेल्टर होम में यौन शोषण के मामले में आज बड़ा खुलासा हुआ है। इस मामले में खुलासा हुआ है कि शेल्टर होम में रहने वाली लड़कियों का यौन शौषण होता था। टीआईएसएस ने एक रिपोर्ट तैयार की है जो 111 पेज की है। जिसमें कहा गया है कि मुजफ्फरपुर शेल्टर होम बेहद संदिग्ध तरीके से चलाया जा रहा था। जिसकी कार्यशैली पर कई सवाल उठते हैं। उस शेल्टर होम में हिंसा के कई गंभीर घटनाएं देखने में आई थीं। मुजफ्फरपुर आश्रय केंद्र में लड़कियों के साथ यौन हिंसा के मामलों में सबसे आगे था। वह छोटी उम्र से लेकर बड़ी आयु वाली लड़कियों के साथ भी जमकर यौन हिंसा होती थी। बताया जाता है कि वहां के पुरुष कर्मचारी हर दिन लड़कियों के साथ छेड़छाड़ करते थे।
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रिपोर्ट के मुताबिक सजा देने के नाम पर या अनुशासन का उल्लंघन करने के नाम पर लड़कियों के साथ यौन हिंसा की जाती थी। हालात ये थे कि शेल्टर होम के पुरुष कर्मचारी कभी भी किसी भी वक्त लड़कियों के कमरे में चले जाते थे और उनके प्राइवेट पार्टस पर हाथ मारते थे।शेल्टर होम की लड़कियों को बाहर खुली जगह में जाने की इजाजत नहीं थी। उन्हें उनके वार्ड में बंद करके रखा जाता था। अगर लड़कियां अपने परिजनों या रिश्तेदारों से फोन पर बात करने के लिए कहती थीं, तो उन लड़कियों को पीटा जाता था। लड़कियों पर होने वाले इन अत्याचारों ने शेल्टर होम में आतंक की स्थिति पैदा कर रखी थी।