देश में कोरोना वायरस के मामलों में लगातार बढ़ोतरी होती जा रही है। राजधानी दिल्ली के निजामुद्दीन इलाके में स्थित तबलीगी जमात के मरकज में कोरोना पॉजिटिव केस सामने आने के बाद अचानक देश में कोरोना के मामलों का आंकड़ा बढ़ गया है। मरकज में शामिल हुए लोग देशभर में फैल गए जिसके कारण पुलिस और प्रशासन का काम और भी बड़ गया है। इसबीच, गुजरात पुलिस को बड़ी कामयाबी हाथ लगी है। गुजरात पुलिस ने दिल्ली के निजामुद्दीन में तबलीगी में शामिल होने वाले गुजरात के 126 लोगों की पहचान कर उनका पता लगा लिया है।
सोमवार को गुजरात पुलिस ने कहा कि उसने दिल्ली के निजामुद्दीन में तबलीगी जमात के एक कार्यक्रम में भाग लेने वाले 126 लोगों की पहचान कर ली है और उनका पता लगा लिया है एवं उनमें से एक दर्जन कोरोना वायरस से संक्रमित पाये गये हैं। संदेह है कि ये लोग कोरोना वायरस के फैलने का अहम स्रोत हैं। पुलिस महानिदेशक शिवानंद झा ने कहा कि उन 126 लोगों में से 12 कोरोना वायरस से संक्रमित पाये गये हैं और वे सभी 12 लोग अहमदाबाद के हैं।
उन्होंने कहा कि गुजरात के उन अन्य लोगों की पहचान की जा रही है और उनका पता लगाया जा रहा है जो पिछले महीने तबलीगी जमात के मुख्यालय में धार्मिक कार्यक्रम में शामिल हुए थे। इस कार्यक्रम का देश में कोरोना वायरस के दर्जनों मामलों और इस बीमारी से मर गये व्यक्तियों से संबंध रहा है। झा ने कहा कि इस कार्यक्रम में शामिल हुए एक व्यक्ति के खिलाफ लॉकडाउन उल्लंघन का मामला दर्ज किया गया है क्योंकि उसने यह झूठा दावा किया था कि 25 मार्च को बंद लगाये जाने से पहले वह गुजरात लौटा था।
उन्होंने कहा, ‘‘उस व्यक्ति ने पुलिस को बताया कि वह 11 मार्च को दिल्ली से गुजरात आया था। लेकिन हमारी जांच से खुलासा हुआ कि वह वास्तव में 27 मार्च को आया। ’’भावनगर का 70 वर्षीय एक व्यक्ति कोरोना वायरस संक्रमण से मर गया है। वह धार्मिक कार्यक्रम में शामिल हुआ था। गुजरात में अब तक कोरोना वायरस से संक्रमण के 140 से अधिक मामले सामने आ चुके हैं और 12 लोगों की मौत हो चुकी है।