राष्ट्रीय जनता दल (राजद) के अध्यक्ष लालू प्रसाद के बड़े बेटे और बिहार के पूर्व स्वास्थ्य मंत्री तेजप्रताप यादव ने सोमवार को पार्टी कार्यालय में जनता दरबार लगाया और लोगों की समस्याएं सुनी। इस दौरान उन्होंने लोगों को समस्याओं के समाधान का आश्वासन भी दिया तथा नीतीश सरकार पर निशाना साधा। तेजप्रताप ने कहा कि लोकतंत्र में जनता की समस्याएं सुनना जरूरी है।
तेजप्रताप ने कहा, ‘सभी लोग राजनीति में लगे हुए हैं और ‘सुशासन बाबू’ के राज में जनता त्राहि-त्राहि कर रही है। उनकी समस्याओं को सुनने के लिए कोई तैयार नहीं है।’ उन्होंने कहा कि जनता का सेवक होने के नाते उनकी समस्याओं को सुनना और उसका निराकरण करना उनका दायित्व है।
राजनीतिक विरोधियों के खिलाफ सुदर्शन चक्र उठा लिया : तेजप्रताप यादव
उन्होंने कहा कि वह लालू प्रसाद के काम को ही आगे बढ़ा रहे हैं। उन्होंने कहा कि राज्य के अलग-अलग जिलों में भी वह जनता दरबार लगाकर लोगों की समस्याएं सुनेंगे और उसके निदान का उपाय करेंगे। उल्लेखनीय है कि कुछ दिनों तक राजनीति से दूर रहने के बाद 22 दिसंबर को ही तेजप्रताप ने ट्वीट कर पार्टी कार्यालय में जनता दरबार लगाने की घोषणा की थी।
तेजप्रताप ने हाल ही में रांची जाकर अपने पिता लालू प्रसाद से मुलाकात की थी। गौरतलब है कि चारा घोटाले में सजा काट रहे लालू का न्यायिक हिरासत में इलाज चल रहा है। पटना की एक अदालत में नवंबर महीने में तेजप्रताप ने अपनी पत्नी ऐश्वर्या से तलाक लेने की अर्जी दी है, जिसके बाद वह वृंदावन चले गए थे। इसके बाद यहां कयास लगने लगा था कि तेजप्रताप अब राजनीति से दूर रहेंगे। परंतु वह एकबार फिर राजनीति में सक्रिय हो गए हैं।