उत्तराखंड के अल्मोड़ा जिले के द्वाराहाट से विधायक महेश नेगी और पार्टी से निष्कासित विधायक कुंवर प्रणव सिंह चैंपियन को लेकर रविवार को बीजेपी की कोर ग्रुप की बैठक हुई, हालांकि बैठक में कोई भी निर्णय नहीं लिया गया। विधायकों को अपना पक्ष रखने के लिए पार्टी द्वारा बुलाया गया है।
गौरतलब है कि एक महिला ने अल्मोड़ा जिले के द्वाराहाट के विधायक नेगी पर कथित दुष्कर्म का आरोप लगाते हुए उन्हें अपनी पुत्री का पिता बताया है और इस संबंध में डीएनए जांच कराने की मांग की है। महिला द्वारा इस संबंध में पुलिस को तहरीर देने से पहले विधायक की पत्नी रीता महिला पर ब्लैकमेलिंग का मामला दर्ज करा चुकी हैं।
रीता का आरोप है कि महिला उनके पति से पांच करोड़ रुपये मांग रही है और न देने पर उन्हें बदनाम कर रही है। प्रदेश की सियासत को गर्माने वाले इस मामले की पुलिस ने जांच शुरू कर दी है। पुलिस का कहना है कि इस संबंध में दोनों पक्षों की तरफ से लगाए गये आरोपों की जांच की जा रही है।
कल शनिवार को मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत ने पहली बार इस मुद्दे पर कहा कि नेगी डीएनए जांच के लिए तैयार हैं और यह कानूनी प्रक्रिया से ही होगा। भगत ने कहा कि नेगी का मामला कानूनी दायरे में है और उस पर उन्हें कुछ विशेष नहीं कहना है। उन्होंने कहा, ‘‘हमें उन्हें केवल सख्त हिदायत देनी है कि जो भी उनसे पूछा जाए, वह बताएं और कानून की मदद करें।’’
दूसरी तरफ, अपने विवादास्पद बयानों तथा मीडिया से अभद्रता के कारण पिछले साल पार्टी से निष्कासित हरिद्वार जिले के खानपुर से विधायक चैंपियन की पार्टी में वापसी के आसार नजर आने लगे हैं। सूत्रों ने बताया कि इस मुद्दे पर कोर ग्रुप की बैठक में भी विचार किया गया। हांलांकि, भगत ने इस मसले पर कुछ भी बोलने से इनकार कर दिया।
हांलांकि, पूर्व प्रदेश अध्यक्ष और नैनीताल से मौजूदा सांसद अजय भट्ट ने इस बात के संकेत दिए कि चैंपियन को पार्टी में वापस लाया जा सकता है। चैंपियन की तारीफ करते हुए भट्ट ने कहा कि पिछले कुछ समय से चैंपियन ने कोई विवादास्पद बयान नहीं दिया है और उनकी वापसी पार्टी के लिए लाभदायक हो सकती है।