केरल में आईयूएमएल (Indian Union Muslim League) द्वारा नियंत्रित सहकारी वित्तीय संस्थान में कथित अनियमितताओं की केंद्रीय एजेंसियों से भारतीय जनता पार्टी (Bharatiya Janata Party) ने बुधवार को जांच कराने की मांग की। यह मुद्दा राजनीतिक विवाद में बदल गया है और माकपा ने पार्टी समर्थित विधायक के टी जलील के इस मामले की प्रवर्तन निदेशालय से जांच कराने के रुख का विरोध किया है।
भाजपा के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष एपी अब्दुल्लाकुट्टी ने कहा कि उन्होंने केंद्रीय वित्त मंत्रालय और सहकारिता मंत्रालय में शिकायत दर्ज कराते हुए मलप्पुरम जिले में एआर नगर सर्विस कोऑपरेटिव बैंक में कथित अनियमितताओं की विस्तृत जांच कराने की मांग की है।
इससे एक दिन पहले केरल के मुख्यमंत्री पिनरायी विजयन ने केंद्रीय एजेंसी से जांच कराने की मांग के लिए जलील की आलोचना की और राज्य के सहकारी वित्तीय संस्थानों में कथित अनियमितताओं की ईडी द्वारा किसी भी तरह की जांच कराने का विरोध किया। नयी दिल्ली में मौजूद अब्दुल्लाकुट्टी ने कहा, ‘‘मैंने केंद्रीय वित्त मंत्रालय और सहकारिता मंत्रालय में शिकायत दर्ज कराते हुए मामले में हस्तक्षेप की मांग की है।’’
उन्होंने दावा किया कि हालांकि सहकारी क्षेत्र राज्य का विषय है लेकिन केंद्रीय एजेंसियां एआर नगर सर्विस कोऑपरेटिव बैंक में हुए 1,100 करोड़ रुपये से अधिक की कथित वित्तीय धोखाधड़ी की जांच कर सकती हैं क्योंकि इसने देश की वित्तीय सुरक्षा खतरे में डाल दी है। जलील की ईडी से जांच कराने की मांग पर प्रतिक्रिया देते हुए राज्य के सहकारिता मंत्री वी एन वसावन और माकपा के कार्यवाहक सचिव ए विजयराघवन ने बुधवार को कहा कि राज्य का सहकारिता विभाग ऐसे मामलों की जांच करने में पूरी तरह सक्षम है।