भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के महासचिव कैलाश विजयवर्गीय ने कहा कि उनकी पार्टी हमारे देश के नाम भारत को लेकर किसी भी मतभेद में शामिल नहीं है। कुछ लोग सोचते हैं कि 'इंडिया' शब्द हमें अंग्रेजों ने दिया था। लेकिन विजयवर्गीय ने कहा कि यह असहमति कोई ऐसी चीज़ नहीं है जिस पर उनकी पार्टी ध्यान केंद्रित कर रही है, और उन्हें नहीं पता कि इसकी शुरुआत कैसे हुई या लोग इसके बारे में क्यों बात कर रहे हैं।
भारत के रूप में ही संबोधित किया जाना चाहिए
भाजपा महासचिव ने कहा,''..लेकिन हां, देश के कई लोगों का यह मत जरूर है कि चूंकि इंडिया अंग्रेजों का दिया शब्द है, इसलिए देश को भारत के रूप में ही संबोधित किया जाना चाहिए। पुराणों के एक श्लोक में भी देश का परिचय भारत के रूप में ही दिया गया है।'' यह पूछे जाने पर कि क्या सत्तारूढ़ भाजपा मध्यप्रदेश का विधानसभा चुनाव प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के चेहरे पर लड़ रही है तो विजयवर्गीय ने जवाब दिया, ''अटलबिहारी वाजपेयी के जमाने में हम नारा लगाते थे- बच्चा-बच्चा अटलबिहारी। अब मोदी हमारे बड़े नेता हैं… तो जो नेता है, उसका नाम तो (प्रचार अभियान में) आता ही है।''
ऐसे लोग हमारी पार्टी के काबिल भी नहीं होते
उन्होंने कहा कि राज्य के आगामी विधानसभा चुनावों से पहले भाजपा के कुछ नेताओं के कांग्रेस में जाने से पार्टी को कोई फर्क नहीं पड़ेगा। विजयवर्गीय ने कहा, ''भाजपा, कार्यकर्ता आधारित पार्टी है। जब कुछ लोगों की दलीय विचारधारा पर उनकी निजी महत्वाकांक्षाएं हावी हो जाती हैं, तो ऐसे लोग पार्टी छोड़ देते हैं। ऐसे लोग हमारी पार्टी के काबिल भी नहीं होते।'' विजयवर्गीय ने एक सवाल पर कहा कि उन्होंने भाजपा संगठन के सामने खुद चुनाव नहीं लड़ने की इच्छा जताई है क्योंकि वह चुनावों में नये चेहरों को मौका दिए जाने के पक्ष में हैं।