सूत्र बताते हैं कि जद (एस) ने 28 में से पांच संसदीय सीटों की मांग की थी और भाजपा चार सीटों के लिए बातचीत कर रही थी। जद (एस) ने हासन, मांड्या, कोलार, तुमकुरु और बेंगलुरु ग्रामीण सीटों पर जोर दिया। हसन का प्रतिनिधित्व देवेगौड़ा के पोते प्रज्वल रेवन्ना ने किया। कर्नाटक उच्च न्यायालय ने हाल ही में भारत के चुनाव आयोग से संपत्ति के संबंध में जानकारी छिपाने की पृष्ठभूमि में उन्हें अयोग्य घोषित कर दिया था।