भाजपा की पश्चिम बंगाल इकाई के अध्यक्ष दिलीप घोष ने यहां मंगलवार को राज्य के चुनाव बाद के परिदृश्य पर पार्टी पदाधिकारियों एवं नेताओं के साथ एक बैठक की और दावा किया कि सभी जिलों में सत्तारूढ़ तृणमूल कांग्रेस से संबंध रखने वाले गुंडे उनकी पार्टी के कार्यकर्ताओं पर हमला कर रहे हैं और उन्हें अपने घरों से भागने को मजबूर कर रहे हैं।
भाजपा के सूत्रों ने बताया कि इस चर्चा के दौरान कई वरिष्ठ नेताओं ने वर्तमान स्थिति से निपटने के तौर तरीकों पर चर्चा की और कार्यकर्ताओं ने सभी के सामने अपना दुख-दर्द सामने रखा। बैठक से पूर्व घोष ने संवाददाताओं से कहा, ‘‘ सरकार के गठन के बाद भी राज्य में हिंसा जारी है और सत्तारूढ़ दल इन घटनाओं को स्वीकार करने को अनिच्छुक है। ’’ ‘राज्य सरकार की शांति कायम करने की इच्छा नहीं होने’ का दावा करते हुए घोष ने कहा कि भाजपा ने अपने कार्यकर्ताओं की सुरक्षा के लिए विभिन्न आयोगों एवं अदालतों का दरवाजा खटखटाया है।
विधानसभा में विपक्ष के नेता सुभेंदु अधिकारी इस बैठक में मौजूद नहीं थे क्योंकि वह केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह और भाजपा अध्यक्ष जे पी नड्डा से मिलने दिल्ली गये हैं। पार्टी उपाध्यक्ष मुकुल राय भी इन अटकलों के बीच बैठक से गायब रहे कि तृणमूल नेता अभिषेक बनर्जी द्वारा दो जून को उनकी बीमार पत्नी को देखने के लिए अस्पताल पहुंचने के बाद राजनीतिक समीकरण में बदलाव आ सकता है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भी राय की पत्नी का हालचाल जानने के लिए तीन जून को उन्हें फोन किया था। घोष भी उनकी पत्नी से मिलने अस्पताल गये थे।