राजनीति जगत में अजीबो-गरीब बयानों का दौर हमेशा जारी रहता है। ऐसे नेताओं की लिस्ट में किसी-न-किसी नेता का नाम जुड़ता रहता है। ताजा मामला छत्तीसगढ़ में बीजेपी के वरिष्ठ नेता और पूर्व मंत्री बृजमोहन अग्रवाल से जुड़ा हुआ है। जिन्होंने एक बेतुका बयान देकर चर्चाओं का माहौल गर्म कर दिया है। बृजमोहन अग्रवाल ने कहा है कि जो महंगाई को राष्ट्रीय आपदा कह रहे हैं वह अन्न का त्याग कर दें और पेट्रोल का उपयोग बंद कर दें।
दरअसल, रायपुर में गुरुवार को संवाददाताओं से बातचीत के दौरान बृजमोहन अग्रवाल ने कहा, “अगर महंगाई राष्ट्रीय आपदा है तो फिर जो लोग इसे आपदा कह रहे हैं वह लोग खाना पीना बंद कर दें। अन्न त्याग दें। पेट्रोल का उपयोग करना बंद कर दें। मुझे लगता है कांग्रेसी और कांग्रेस को वोट देने वाले लोग यह कर देंगे तब महंगाई कम हो जाएगी।”
नेता जी ने अपने इस बयान के साथ पार्टी की फजीहत जरूर करा ली है। अग्रवाल के इस बयान का वीडियो सोशल मीडिया में काफी प्रसारित हो रहा है। अग्रवाल ने अपने बयान को लेकर शुक्रवार को कहा, “पत्रकारों से बातचीत के दौरान मैंने कहा था कि अगर कांग्रेसी खाना बंद कर देंगे और पेट्रोल का इस्तेमाल बंद कर देंगे तब महंगाई कम हो जाएगी। क्योंकि प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष ने महंगाई को राष्ट्रीय आपदा कहा था।”
उन्होंने कहा कि प्रेसवार्ता के बाद पत्रकारों से बातचीत के दौरान केवल मजाक के तौर यह बात कही गई थी। उनका इरादा किसी को खाना बंद करने या पेट्रोल का इस्तेमाल बंद करने के लिए कहने का नहीं था। बीजेपी के वरिष्ठ नेता के इस बयान को लेकर सत्ताधारी दल कांग्रेस के संचार विभाग के प्रमुख शैलेश नितिन त्रिवेदी ने कहा कि बीजेपी उन लोगों के दर्द को महसूस भी नहीं कर सकती जो महंगाई को झेल रहे हैं।
त्रिवेदी ने कहा, “इस तरह का बयान देना शर्मनाक है। बाद में वे कहेंगे कि जो लोग केंद्र सरकार का विरोध करते हैं उन्हें भारत छोड़ देना चाहिए।” कांग्रेस नेता ने बताया कि महंगाई के विरोध में कांग्रेस के नेता और कार्यकर्ता शनिवार को केंद्र के खिलाफ अपने घरों के सामने राज्यव्यापी विरोध प्रदर्शन करेंगे।