पश्चिम बंगाल में विधानसभा सत्र के पहले दिन खूब हंगामा हुआ। बीजेपी सदस्यों ने राज्यपाल के अभिभाषण के दौरान सदन में वंदे मातरम के नारे लगाए और चुनावी हिंसा को लेकर जांच की मांग की। हंगामे को बढ़ता देख राज्यपाल जगदीप धनकड़ को अपना अभिभाषण संक्षिप्त करना पड़ा।
विधानसभा सत्र में हंगामे को लेकर नेता प्रतिपक्ष सुवेंदु अधिकारी ने कहा, बंगाल में (चुनाव के बाद की हिंसा) की घटनाएं बर्बर रही हैं, बीजेपी कार्यकर्ताओं की हत्या कर दी गई है। 300 से अधिक महिलाओं से छेड़छाड़ की गई, कुछ ने बलात्कार किया। राज्यपाल के अभिभाषण में इसका उल्लेख नहीं है, जिसका हमने विधानसभा में विरोध किया।
केंद्र ने इन 6 राज्यों में भेजी अपनी टीम, कोरोना के बढ़ते मामलों और नियंत्रण की करेगी जांच
बीजेपी नेता ने कहा, बंगाल में चुनाव के बाद की हिंसा एक बड़ा मुद्दा है। हमारी ये लड़ाई अंत तक चलेगी। दरअसल, विधानसभा सत्र के पहले दिन ही बीजेपी विधायकों ने राज्य में विधानसभा चुनाव बाद हुई हिंसा को लेकर सदन में हंगामा किया।
राज्यपाल नव गठित विधानसभा में अपना प्रथम अभिभाषण देने के लिए दोपहर में पहुंचे, लेकिन वह केवल तीन-चार मिनट ही बोल सकें क्योंकि प्रदर्शन करने के लिए पोस्टर और चुनाव बाद हुई हिंसा के कथित पीड़ितों की तस्वीरें लिए बीजेपी सदस्य विधानसभा अध्यक्ष के आसन के करीब पहुंच गए।
विधानसभा सूत्रों के मुताबिक राज्यपाल ने अपना अभिभाषण पूरी तरह से नहीं पढ़ पाने के बाद उसे सदन में मेज पर रख दिया और वहां से निकल गए। राज्यपाल के सदन से बाहर निकलने के दौरान उनके साथ विधानसभा अध्यक्ष बिमान बनर्जी और मुख्यमंत्री ममता बनर्जी भी थी।