भारतीय जनता पार्टी की तमिलनाडु इकाई के अध्यक्ष एल मुरूगन ने प्रतिबंध का उल्लंघन करते हुये राज्यव्यापी 'वेल यात्रा' शुरू करने का प्रयास किया जिसके बाद पुलिस ने शुक्रवार को उन्हें और वरिष्ठ नेता सी टी रवि समेत पार्टी के सैकड़ों कार्यकर्ताओं को तिरूत्तानी में हिरासत में ले लिया ।
प्रदेश अध्यक्ष एवं वरिष्ठ नेता और सैकड़ों कार्यकर्ताओं को हिरासत में लिये जाने और यात्रा शुरू नहीं करने देने की आलोचना करते हुये भारतीय जनता पार्टी ने पूरे प्रदेश में विरोध प्रदर्शन किया ।
भगवा पार्टी की राज्य इकाई के शीर्ष नेता ने बताया कि यह यात्रा द्रमुक को 'बेनकाब' करने के लिये थी क्योंकि भगवान मुरूगा की प्रशंसा करने वाले मंत्र की कथित रूप से निंदा करने वाले यू ट्यूब चैनल ''करुप्पर कूटम'' के पीछे कथित तौर पर द्रमुक है।
मुरूगन ने कहा कि पार्टी की ओर से इस मसले को उठाने के बाद चार लोगों को गिरफ्तार किया गया था, लेकिन उनके खिलाफ राष्ट्रीय सुरक्षा कानून के तहत मामला दर्ज किये जाने की मांग अब तक पूरी नहीं की गयी है।
प्रदेश भाजपा अध्यक्ष ने पूछा, ‘‘करुप्पर कूटम के पीछे कौन है।’’ उन्होंने दावा किया, ‘‘कूटम के पीछे द्रमुक है।’’ उन्होंने यह भी दावा किया कि मामले में जो लोग पकड़े गये हैं द्रमुक उन्हें कानूनी सहायता भी मुहैया करा रही है।
राज्य सरकार से अनुमति नहीं मिलने के बावजूद यात्रा शुरू करने से पहले मुरूगन ने संवाददाताओं से कहा, ‘‘भगवान मुरुगा का आशीर्वाद हमारे साथ है और हम यात्रा शुरू कर रहे हैं ।’’
मुरूगन के अलावा भाजपा के राष्ट्रीय महासचिव सी टी रवि ,पोन राधाकृष्णन, सी पी राधाकृष्णन एवं एच राजा समेत प्रदेश के नेता इस यात्रा में हिस्सा लेने तिरुतानी पहुंचे थे जिन्हें हिरासत में लिया गया था।
शाम में हिरासत में लिये गये नेताओं को पुलिस ने रिहा कर दिया । इसके बाद मुरूगन ने कहा कि ‘वेल’ सभी बाधाओं को दूर करेगा ।
केंद्रीय गृह राज्य मंत्री जी किशन रेड्डी मंदिर में पूजा करने तिरूत्तानी गये थे और मुरूगन तथा अन्य पार्टी नेताओं ने उनसे होटल के कमरे में मुलाकात की थी ।
भाजपा नेता के यात्रा पर जाने के बारे में पूछे जाने पर मुख्यमंत्री के पलानीस्वामी ने नीलगिरी जिले में कहा कि कानून अपना काम करेगा ।
श्रद्धालु वेल की पूजा,शैतान के विनाशक के रूप में करते हैं जो भगवान मुरुगा का हथियार है और यह भाले की तरह का होता है।