त्रिपुरा के भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के विधायक आशीष दास ने मंगलवार को ममता बनर्जी को बंगाल की ‘मां, माटी, मानुष की असली नेता’ बताया। उन्होंने कहा कि अगर भविष्य में वह प्रधानमंत्री बनती हैं तो यह प्रत्येक बंगाली के लिए गर्व की बात होगी। इस दौरान उन्होंने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को लेकर कहा कि वह अपने वादों से लड़खड़ा गए।
PM मोदी ने अपने समावेशी विकास के मॉडल से 2014 के लोकसभा चुनाव के दौरान भारतीयों के दिल जीते थे
कोलकाता आए दास ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने अपने समावेशी विकास के मॉडल से 2014 के लोकसभा चुनाव के दौरान भारतीयों के दिल जीते थे लेकिन वह अपने वादों से लड़खड़ा गए। उन्होंने सार्वजनिक क्षेत्र के उपक्रमों में सरकार की हिस्सेदारी बेचने और ईंधन के बढ़ते दामों के लिए मोदी की आलोचना भी की। बहरहाल, उन्होंने यह नहीं बताया कि क्या वह भाजपा छोड़ेंगे। दास ने कहा कि उन्हें मंगलवार को कालीघाट में कुछ ‘‘निजी काम’’ था। कालीघाट इलाके में ही बनर्जी का आवास स्थित है।
ममता बनर्जी मां, माटी, मानुष की असली नेता बनी हैं
दास ने कहा, ‘‘ममता बनर्जी मां, माटी, मानुष की असली नेता बनी हैं। हाल के भवानीपुर उपचुनाव में उनकी भारी जीत बंगाल के लोगों के बीच उनकी अपार लोकप्रियता का एक और प्रमाण है।’’ उन्होंने कहा कि भवानीपुर के मतदाताओं ने दिखाया कि वे चाहते हैं कि ममता बनर्जी एक दिन देश की कमान संभालें। उन्होंने कहा, ‘‘इस जीत ने उनके आने वाले दिनों में विपक्षी दलों का चेहरा बनने का मार्ग प्रशस्त कर दिया है।’’
बंगाल ने देश की आजादी के लिए संघर्ष में शानदार भूमिका निभायी
दास ने कहा कि हालांकि बंगाल ने देश की आजादी के लिए संघर्ष में शानदार भूमिका निभायी, लेकिन उसे इतने वर्षों में राजनीतिक क्षेत्र में उतनी पहचान नहीं मिली जिसका वह हकदार था। उन्होंने कहा, ‘‘अगर ममता दीदी प्रधानमंत्री बनती है तो यह बंगालियों के साथ न्याय होगा और दशकों की गलती को ठीक कर देगा। यह सभी बंगालियों के लिए गर्व की बात होगी। साथ ही इंदिरा गांधी के बाद देश में सत्ता एक महिला संभालेगी।’’
बंगाल में हाल में हुए चुनावों में मिली भारी जीत के बाद त्रिपुरा में जीत दर्ज करने की उम्मीद कर रही है TMC
गौरतलब है कि तृणमूल कांग्रेस बंगाल में हाल में हुए विधानसभा चुनावों में मिली भारी जीत के बाद त्रिपुरा में जीत दर्ज करने की उम्मीद कर रही है। उसने 2023 के विधानसभा चुनावों में वहां बिप्लब देब की भाजपा सरकार को सत्ता से बाहर करने के लिए पूर्वोत्तर राज्य में लोगों तक पहुंचने के लिए एक अभियान चलाया है।