मार्क्सवादी कम्युनिस्ट पार्टी (माकपा) मोदी सरकार पर हमला करते हुए कहा कि कैंद्र सरकार हमेशा चुनावों के दौरान नौकरियां देने का वादा करती है लेकिन जब चुनाव जीत जाती हे तब वह अपने वादों से पीछे हट जाती हैं। अर्थात देश में नौकरियों के संकट से अपना पल्ला झाड़ लेती हैं।
माकापा ने केेद्र पर लगाए आरोप
केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह द्वारा एक साक्षात्कार में की गई उस टिप्पणी की पृष्ठभूमि में दिया है जिसमें कहा गया था कि कम्युनिस्ट लोग सिर्फ सरकारी नौकरी को रोजगार मानते हैं।
येचुरी ने ट्वीट किया, ‘‘तो अमित शाह कह रहे हैं कि नौकरी मांगना कम्युनिस्ट विचार है। भाजपा पूरी तरह से पल्ला झाड़ रही है। हर साल दो करोड़ लोगों को नौकरी देने का वादा जुमला था। बड़ी संख्या में रिक्तियों को भरिये। निजीकरण ने नौकरियों में आरक्षण को नष्ट कर दिया है। भारत को आर्थिक और सामाजिक रूप से सदियों पीछे धकेला जा रहा है।’’माकपा नेता ने शाह पर निशाना साधते हुए उनके एक अखबार को दिए साक्षात्कार की क्लिप को भी साझा किया।