महाराष्ट्र के उपमुख्यमंत्री और भाजपा नेता देवेंद्र फडणवीस ने बुधवार को मुंबई में सड़कों पर कंक्रीट बिछाने के प्रस्ताव पर सवाल उठाने वाले शिवसेना के उद्धव ठाकरे के गुट पर ''सड़क निर्माण में रिश्वतखोरी'' के आरोपों को लेकर कटाक्ष किया। शिवसेना (यूबीटी) के नेता आदित्य ठाकरे ने आरोप लगाया था कि ठेकेदारों के लाभ के लिए, मुंबई में 400 किलोमीटर सड़कों पर कंक्रीट बिछाने के लिए 6,000 करोड़ रुपये से अधिक के टेंडर ज्यादा कीमत पर जारी किए गए थे। उन्होंने मांग की थी कि इसे खत्म कर दिया जाना चाहिए।
आदित्य ठाकरे की टिप्पणी के बारे में पूछे जाने पर फडणवीस ने पत्रकारों से कहा, ''इस तरह की आलोचना के पीछे असली दर्द यह है कि उन्हें निर्माण कंपनियों द्वारा काम के लिए दिए गए आर्डर का 'निश्चित प्रतिशत' नहीं मिलेगा। वे पिछले कई वर्षों से इसके आदी थे।'' फडणवीस ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की यात्रा की पूर्व संध्या पर तैयारियों का जायजा लेने के लिए शीर्ष पुलिस अधिकारियों के साथ बुधवार दोपहर बांद्रा कुर्ला कॉम्प्लेक्स में एमएमआरडीए मैदान का दौरा किया।उपमुख्यमंत्री ने कहा कि, ''2018 में मुख्यमंत्री के रूप में मेरे द्वारा आदेशित एक जांच रिपोर्ट में पाया गया कि मुंबई में 200 सड़कों में कोई निचली परत नहीं थी। इस तरह वे हर साल सड़क निर्माण के लिए वर्क ऑर्डर जारी करते थे और मंजूरी के समय एक निश्चित राशि प्राप्त करते थे।''
फडणवीस ने कहा, ''एक बार जब हम पक्की सड़कें बनाते हैं, तो वे 40 साल तक चलेंगी।'' गौरतलब है कि पिछले साल बृहन्मुंबई नगर निगम का कार्यकाल समाप्त होने से पहले शिवसेना मुंबई नगर निकाय में दो दशक से अधिक समय तक सत्ता में रही थी। भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) ने निकाय चुनावों में प्रतिद्वंद्वी शिवसेना (उद्धव बालासाहेब ठाकरे) गुट को सत्ता से बेदखल करने के लिए नगर निकाय पर अपनी निगाहें टिका रखी हैं, जिसके चुनाव कार्यक्रम की घोषणा अभी नहीं हुई है।