भाजपा अध्यक्ष अमित शाह ने शुक्रवार को कांग्रेस प्रमुख राहुल गांधी पर उन शहरी नक्सलियों का समर्थन करने का आरोप लगाया जो प्रधानमंत्री की हत्या का षड्यंत्र रच रहे थे और उनसे कहा कि वे उन राज्यों में इस मुद्दे पर अपना रूख स्पष्ट करें जहां चुनाव होने वाले हैं।
शाह ने रायपुर में भाजपा के शाक्ति केंद्र कार्यकर्ता सम्मेलन को संबोधित करते हुए कहा कि यह आमसभा नहीं बल्कि भाजपा कार्यकर्ताओं का सम्मेलन है। चुनाव चाहे वर्ष 2018 का हो या वर्ष 2019 का, यह चुनाव सांसद, विधायक, मंत्रियों, मुख्यमंत्री का चुनाव नहीं बल्कि भाजपा के कार्यकर्ताओं का चुनाव है। कोई भी चुनाव नेता नहीं जीतता बल्कि कार्यकर्ता जीतते हैं।
भाजपा अध्यक्ष अमित शाह ने कहा कि देश में 2019 में एक बार फिर भाजपा की सरकार आएगी तब एक भी धुसपैठिए को यहां नहीं रहने दिया जाएगा। उन्होंने कहा कि राहुल गांधी और संप्रग के पूरे कुनबे को देश की सुरक्षा की कोई चिंता नहीं है। राष्ट्रीय नागरिक पंजी (एनआरसी) आया तब प्रारंभिक जानकारी मिली कि यहां 40 लाख घुसपैठिये हैं। इसके बाद घुसपैठियों की चिंता शुरू हो गई। उनके मानवाधिकार को लेकर चिंता की गई।
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उन्होंने कहा कि राहुल गांधी को इसका जवाब देना चाहिए कि क्या उनको घुसपैठियों का मानवाधिकार दिखता है, वहां (असम) रहने वाले बच्चों का मानवाधिकार नहीं दिखता। युवाओं की नौकरी जाती है, उनका मानवाधिकार नहीं दिखता है। उन्हें घुसपैठियों की नहीं बल्कि देश के नौजवानों की चिंता करनी चाहिए।
उन्होंने कहा कि माओवादियों के खिलाफ रमन सरकार और उनकी पूरी टीम लगातार काम कर रही है। छत्तीसगढ़ में नक्सलवाद का सफाया हो रहा है, नक्सलियों पर नकेल कसी जा रही है। इससे अन्य राज्यों को दिशा मिली है।
उन्होंने कहा कि महाराष्ट्र सरकार ने शहरी माओवादियों को गिरफ्तार किया तब सवाल किया गया कि उन्हें क्यों पकड़ा गया है। उनका मानवाधिकार है, उन्हें बोलने का अधिकार है। उनकी आजादी का क्या होगा। आप लोग बताएं कि जो मोटार्र रखे उसे पकड़ना चाहिए कि नहीं। जो प्रधानमंत्री की हत्या का षड्यंत्र रचे उसे पकड़ना चाहिए कि नहीं।
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भाजपा अध्यक्ष अमित शाह ने कहा कि राहुल गांधी बताएं कि आप किसे बचाने निकले हैं। मध्यप्रदेश, छत्तीसगढ़ और राजस्थान में कांग्रेस अध्यक्ष स्पष्ट करें कि वह माओवादियों के साथ हैं या नहीं। इसे लेकर कांग्रेस को अपनी स्थिति स्पष्ट करनी चाहिए। इस दौरान मुख्यमंत्री रमन सिंह, पार्टी की महासचिव सरोज पांडेय, प्रदेश अध्यक्ष धरमलाल कौशिक, रमन मंत्रिमंडल के सदस्य और अन्य वरिष्ठ नेता मौजूद थे।
बता दें कि छत्तीसगढ़ में इस वर्ष के अंत में विधानसभा चुनाव होना है। पिछले 15 वर्षों से सत्ता में काबिज भाजपा ने इस बार 90 में से 65 सीटें जीतकर चौथी बार सरकार बनाने का लक्ष्य तय किया है।