कर्नाटक मंत्रिमंडल में हाल के फेरबदल के बाद उठा तूफान थमने का नाम नहीं ले रहा है। इसी बीच भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) ने दावा किया है कि श्री एच. डी. कुमारस्वामी की अगुवाई वाली गठबंधन सरकार का जल्द पतन हो जायेगा। दूसरी तरफ कांग्रेस ने चुनौती दी है कि यदि ऐसा नहीं होता है तो सरकार के पतन का दावा करने वाले पूर्व मंत्री उमेश कट्टी राजनीति से विदाई ले लें।
गौरतलब है कि भाजपा के वरिष्ठ नेता और पूर्व मंत्री श्री कट्टी ने बुधवार को दावा किया कि श्री कुमारस्वामी की अगुवाई वाली गठबंधन सरकार जल्दी ही गिर जायेगी और वहां भाजपा के नेतृत्व में नयी सरकार बनेगी। श्री कट्टी ने संवाददाता सम्मेलन को संबोधित करते हुए कहा था कि कांग्रेस और जनता दल (सेक्युलर) के कई विधायक मंत्रिमंडल में हाल में हुए फेरबदल को लेकर नाराज हैं और वह भाजपा में शामिल हो सकते हैं।
भाजपा के संपर्क में 15 से अधिक विधायक हैं। उन्होंने कहा, ‘‘ वह उन विधायकों के नाम हालांकि सार्वजनिक नहीं कर सकते जो जल्दी ही भाजपा का दामन थामने वाले हैं।’’ भाजपा नेता ने कहा कि राज्य की जनता दल (एस) गठबंधन सरकार के कामकाज करने के तरीके से संतुष्ट नहीं हैं। विधानसभा चुनाव में भाजपा 104 सीटें जीतकर सबसे बड़ पार्टी बनी और विपक्ष में है जबकि 38 सीटों वाली जद (एस) ने कांग्रेस साथ अपवित्र गठबंधन कर सत्तारूढ़ है।
एक सवाल के जवाब में पूर्व मंत्री ने कहा, ‘‘ विरोधी दल के नेताओं को अपनी ओर लाने के लिए भाजपा आपरेशन कमल नहीं चलायेगी, दूसरे पार्टी के नाराज विधायक स्वयं आकर भाजपा में शामिल होंगे और राज्य की गठबंधन सरकार गिर जायेगी और इसमें कोई संदेह नहीं है कि राज्य में भाजपा की अगुवाई में अगली सरकार बनेगी।’’ उधर श्री कट्टी के गठबंधन सरकार गिरने के दावे पर कर्नाटक कांग्रेस अध्यक्ष दिनेश गुंडू राव ने चुनौती दी है कि वह 24 घंटे में राज्य की कांग्रेस-जनता दल (एस) गठबंधन सरकार को गिराकर दिखायें या राजनीति छोड़ दें।
श्री राव ने भी यहां संवाददाता सम्मेलन को संबोधित करते हुए श्री कट्टी के उस बयान पर कड़ आपत्ति जतायी जिसमें दावा किया गया है कि मंत्रिमंडल में जगह नहीं मिलने से नाराज कांग्रेस के 15 विधायक भाजपा के संपर्क में हैं और गठबंधन सरकार अगले 24 घंटों में गिर जाएगी। अध्यक्ष ने कहा, ‘‘ भाजपा नेता हताशा में झूठे दावे कर रहे हैं। अगर गठबंधन सरकार के गिरने का दावा गलत साबित हुआ,तो क्या श्री कट्टी राजनीति छोड़ देंगे?’’ उन्होंने गत शनिवार को शपथ लेने वाले आठ मंत्रियों के मंत्रालय को लेकर गतिरोध के बारे में पूछे गए सवाल के जवाब में कहा, ‘‘ इस मुद्दे पर कोई भ्रम नहीं है। पार्टी महासचिव एवं प्रदेश प्रभारी के. सी. वेणुगोपाल ने इस मुद्दे पर पार्टी के वरिष्ठ नेताओं के साथ बैठक की है और मंत्रालयों का बंटवारा करने में उत्तर कर्नाटक को वरीयता दी जाएगी।