भोपाल : मध्यप्रदेश में मुख्यमंत्री कमलनाथ के नेतृत्व वाली सरकार पर किसानों से किए गए वादों को पूरा नहीं करने का आरोप लगाते हुए भाजपा ने सोमवार को किसान आक्रोश आंदोलन किया। भाजपा के आंदोलन के जवाब में कांग्रेस नेताओं ने भी प्रदेश के बाढ़ पीड़ित किसानों के लिये राहत पैकेज नहीं दिये जाने के विरोध में केन्द्र की भाजपा नीत राजग सरकार के खिलाफ प्रदर्शन किया।
भाजपा ने आरोप लगाया कि प्रदेश सरकार के झूठे वादों के कारण किसान तनाव में हैं। विरोध प्रदर्शन कर रहे भाजपा नेताओं ने राज्य सरकार से बाढ़ और अतिवर्षा से प्रभावित किसानों को तुरंत राहत दिये जाने की मांग भी की। रीवा में विरोध प्रदर्शन करने से पहले प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने जिले के पटना गांव में कथित तौर पर कर्ज से परेशान होकर आत्महत्या करने वाले एक किसान के घर जाकर उसके परिजन से मुलाकात की।
चौहान ने कहा, ‘‘ कांग्रेस ने किसानों से ऋण माफ करने का वादा किया, जो पूरा नहीं किया गया और वादा झूठा साबित हुआ। हमारे किसान खुदकुशी करने को मजबूर हैं क्योंकि बैंक से उनको वसूली नोटिस दिये जा रहे हैं। किसानों का कर्जा माफ नहीं होने, मुआवजा नहीं दिए जाने, अन्यायपूर्ण बिजली बिल वापस नहीं लेने पर हम कमलनाथ सरकार को चलने नहीं देंगे।’’
उज्जैन में विरोध प्रदर्शन के दौरान कार्यकर्ताओं का नेतृत्व कर रहे भाजपा के महासचिव कैलाश विजयवर्गीय को प्रदर्शन और रैली के बाद 300 कार्यकर्ताओं के साथ गिरफ्तार कर लिया गया। उनकी गिरफ्तारी के समय भाजपा कार्यकर्ता पुलिस के पायलट वाहन के ऊपर चढ़ गये। बाद में पुलिस ने विजयवर्गीय और अन्य स्थानीय भाजपा नेताओं को छोड़ दिया।
नरसिंहपुर में विरोध प्रदर्शन कर रहे प्रदेश भाजपा अध्यक्ष राकेश सिंह ने केन्द्र से मध्यप्रदेश को जारी होने वाली धनराशि के संबंध में कांग्रेस पर झूठ बोलने का आरोप लगाया। सिंह ने सवाल किया कि प्रदेश की कांग्रेस सरकार किसानों से किये गये वादे पूरे क्यों नहीं कर रही है? जबकि, केन्द्र ने प्रदेश के हिस्से से अधिक राशि जारी कर दी है। मध्यप्रदेश सरकार इस बारे में झूठ बोल रही है।
विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष गोपाल भार्गव के नेतृत्व में भाजपा कार्यकर्ताओं ने भोपाल में जिलाधीश कार्यालय के बाहर विरोध प्रदर्शन किया। भार्गव ने आरोप लगाया, ‘‘यदि मंत्रियों और सरकारी अधिकारियों द्वारा परिवहन और अन्य विभाग में पोस्टिंग और भ्रष्ट तरिकों से अर्जित धन का वितरण किया जा सकता है तो किसानों को ऋण माफी और फसलों के नुकसान का मुआवजा भी आसानी से वितरित किया जा सकता है।’’ भाजपा नेताओं, कार्यकर्ताओं ने जिला मुख्यालयों पर विरोध प्रदर्शन के दौरान बिजली के बढ़े हुए बिलों को भी जलाया गया।
दूसरी ओर, कांग्रेस ने भी प्रदेश में कई स्थानों पर केन्द्र सरकार के खिलाफ विरोध प्रदर्शन किया। कांग्रेस ने प्रदेश के बाढ़ एवं अतिवर्षा प्रभावित लोगों को मुआवजा देने के मुद्दे को नजरअंदाज करने का आरोप केन्द्र सरकार पर लगाया। कांग्रेस नेताओं ने आरोप लगाया कि प्रदेश कांग्रेस सरकार ने राष्ट्रीय आपदा राहत कोष (एनडीआरएफ) से प्रदेश को 6621.28 करोड़ रुपये की सहायता देने की मांग की है। बार-बार आग्रह करने के बाद भी केन्द्र ने धनराशि उपलब्ध नहीं कराई है।