बागेश्वर : मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत ने कहा कि भ्रष्टाचार विकास में सबसे बड़ी बाधा है। उनकी सरकार ने पिछले दो सालों में इस पर कड़ाई से अंकुश लगाया है। लोनिवि की योजनाओं का दोबारा आकलन कर सरकार ने 250 करोड़ रुपये सरकारी धन बचाया है। कांग्रेस सरकार की बजट ठिकाने लगाने की परंपरा अब प्रदेश में खत्म की जा रही है।
एनएच मुआवजा और समाज कल्याण विभाग में 300 करोड़ के छात्रवृत्ति घोटाले को प्रदेश सरकार ने उजागर किया है। इस पर जांच चल रही है। चुनाव के बाद कई अधिकारी जेल भी जायेंगे। भाजपा सरकार की प्राथमिकता राज्य में भ्रष्टाचार खत्म करना है। शुक्रवार को यह बात सीएम रावत ने गरुड़ में आयोजित सभा में कही।
उन्होंने कहा कि केंद्र और राज्य सरकार भ्रष्टाचार खत्म करने में जुटी हैं। प्रधानमंत्री मोदी ने 2014 में जब पीएम पद की शपथ ली थी, तो उन्होंने कहा था देश में भ्रष्टाचार ही विकास में बाधक है। उनके कार्यकाल में उन पर कोई भ्रष्टाचार का कोई आरोप भी नहीं लगा है। इसके अलावा उनकी सरकार ने स्वास्थ्य सेवाओं को प्राथमिकता दी है।
उन्होंने अपने अब तक के कार्यकाल में 1024 डॉक्टरों की भर्ती की है। जिन्हें दूरस्थ क्षेत्र के अस्पतालों में भेजा गया है। केंद्र सरकार की कई योजनाएं हैं, जो आम लोगों को लाभ पहुंचा रही हैं।