पश्चिम बंगाल के अलग-अलग हिस्सों में मंगलवार को बीजेपी के दो कार्यकर्ताओं के शव मिलने से हड़कंप मच गया। बीरभूम जिले में बीजेपी कार्यकर्ता इंद्रजीत सूत्रधार का शव बरामद हुआ, वहीं अन्य एक कार्यकर्ता तपन खटुआ का शव पूर्वी मेदिनीपुर के एक तालाब से बरामद हुआ। इन घटना पर भगवा पार्टी ने आरोप लगाया कि टीएमसी से संरक्षण प्राप्त अपराधियों ने उनकी हत्या की। हालांकि, टीएमसी ने इस आरोप का खंडन किया है।
पुलिस ने कहा कि बीजेपी कार्यकर्ता इंद्रजीत सूत्रधार का शव बीरभूम जिले के खोइरासोल में एक सुनसान इमारत में कमरे की छत से लटका पाया गया और उनके हाथ पीछे से बंधे हुए थे। उन्होंने बताया कि मृतक के शव को पोस्टमॉर्टम के लिए भेज दिया गया है। एक पुलिस अधिकारी ने कहा कि प्रथम दृष्टया यह हत्या का मामला लग रहा है, लेकिन पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट से सही कारण और परिस्थितियों की पुष्टि होगी।
स्थानीय बीजेपी नेताओं ने कहा कि सूत्रधार की हत्या ”टीएमसी का आश्रय प्राप्त अपराधियों” ने की। सूत्रधार के परिवार के सदस्यों ने कहा कि वह सोमवार से लापता थे और उनकी ”कुछ स्थानीय लोगों के साथ व्यक्तिगत दुश्मनी” थी। अधिकारी ने कहा कि भगवा पार्टी के एक अन्य कार्यकर्ता तपन खटुआ (45) का शव दिन में पूर्वी मेदिनीपुर जिले के एगरा में एक तालाब से निकाला गया।
बीजेपी और खटुआ के परिवार ने उनकी मौत के लिए सत्ताधारी पार्टी को जिम्मेदार ठहराया। स्थानीय टीएमसी नेतृत्व ने आरोपों को खारिज करते हुए कहा कि सूत्रधार की हत्या व्यक्तिगत झगड़े के कारण हुई और खटुआ के आत्महत्या करने का संदेह था।