कर्नाटक की बोम्मई सरकार पूर्व मुख्यमंत्री बीएस येदियुरप्पा पर खास मेहरबान हैं। सरकार ने शनिवार को पूर्व मुख्यमंत्री बी एस येदियुरप्पा को कैबिनेट स्तर के मंत्रियों के बराबर सभी सुविधाएं प्रदान करने का आदेश जारी किया है। कार्मिक और प्रशासनिक सुधार विभाग (डीपीएआर) के प्रोटोकॉल विंग की आधिकारिक अधिसूचना के अनुसार जब तक वर्तमान मुख्यमंत्री बसवराज बोम्मई पद पर रहेंगे, येदियुरप्पा को कैबिनेट स्तर के मंत्री की सभी सुविधाएं मिलती रहेंगी।
दरअसल बीएस येदियुरप्पा ने मुख्यमंत्री पद छोड़ने की अटकलों पर विराम लगाते हुए 26 जुलाई को इस्तीफा दे दिया था। संयोगवश उसी दिन उनकी सरकार के दो साल पूरे हुए थे। येदियुरप्पा की जगह लेने वाले बोम्मई के 2023 में होने वाले विधानसभा चुनाव तक पद पर रहने की उम्मीद है। येदियुरप्पा शिकारीपुरा से विधानसभा सदस्य हैं। इसके अतिरिक्त उनके पास कोई सरकारी पद नहीं है।
येदियुरप्पा अब एक सरकारी बंगले, वाहन, 11 कर्मचारियों और सरकार द्वारा प्रदान की गई सुरक्षा का उपयोग करना जारी रख सकते हैं। आमतौर पर, निवर्तमान मुख्यमंत्री पद छोड़ने के बाद छह महीने तक इन भत्तों को जारी रखते हैं। डीएपीआर के सूत्रों ने कहा कि हालांकि, उन्हें कैबिनेट रैंक का दर्जा देने का आदेश दिया गया है।
मुख्यमंत्री बोम्मई के आदेश ने कई लोगों को हैरान कर दिया है। उन्होंने शनिवार को अपने मंत्रियों के बीच विभागों का बंटवारा कर दिया। ज्यादातर मंत्रियों को वही विभाग दिए गए हैं जो उनके पास बीएस येदियुरप्पा सरकार में थे। बोम्मई ने बुधवार को मंत्रिमंडल गठन में 29 में से 23 मंत्री वही बनाए जो येदियुरप्पा सरकार में थे। वहीं छह मंत्री नए हैं।