पुणे के बिल्डर डी एस कुलकर्णी के भाई मकरंद कुलकर्णी को मंगलवार को अमेरिका के लिए उड़ान भरने से पहले गिरफ्तार कर लिया गया। मकरंद कुलकर्णी 2,000 करोड़ रुपए के धोखाधड़ी मामले में आरोपी हैं। पुलिस ने यह जानकारी दी। पुणे पुलिस ने करीब 33,000 जमाकर्ताओं और निवेशकों के साथ करीब 2043.18 करोड़ रुपए की धोखाधड़ी करने के आरोप में डीएसके के नाम से मशहूर डी एस कुलकर्णी, उनकी पत्नी और अन्य के खिलाफ पिछले साल मई में आरोपपत्र दायर किया था।
मकरंद कुलकर्णी मामले में एक आरोपी है और पुणे पुलिस ने इससे पहले उनके खिलाफ लुकआउट नोटिस जारी किया था। अदालत ने उनकी अग्रिम जमानत याचिका खारिज कर दी थी, जिसके बाद से वह फरार थे। यहां एक वरिष्ठ पुलिस अधिकारी ने कहा, ‘‘गुप्त सूचना के आधार पर मुंबई पुलिस की एक टीम ने मंगलवार को अमेरिका के लिए उनके उड़ान भरने से पहले उन्हें गिरफ्तार कर लिया।’’
मुंबई पुलिस के कर्मियों ने इसके बाद पुणे के अपने समकक्ष अधिकारियों को मकरंद की हिरासत की सूचना दी। उन्होंने बताया कि पुणे पुलिस की आर्थिक अपराध शाखा (ईओडब्ल्यू) की एक टीम इसके बाद उन्हें हिरासत में लेने के लिए मुंबई के लिए रवाना हुई।
2017 में जितेंद्र मुलेकर नामक एक जमाकर्ता की ओर से दायर शिकायत में कहा गया कि निवेशकों ने डीएसके डेवलपर्स की योजना में लाखों रुपए निवेश किए हैं लेकिन उन्हें महीनों से न तो इसका ब्याज मिल रहा है और न ही मूलधन मिल रहा है।
ईओडब्ल्यू ने इससे पहले कुलकर्णी परिवार के खिलाफ महाराष्ट्र जमाकर्ता हित संरक्षण (एमपीआईडी) अधिनियम के विभिन्न प्रावधानों और भारतीय दंड संहिता की धाराओं 420 (धोखाधड़ी और बेईमानी से संपत्ति का वितरण करना), 406 (विश्वासघात) और 34 (साझा मंशा) के तहत मामला दर्ज किया था।
मामले में 15 लोगों को आरोपी बनाया गया है जिसमें डीएसके और उनकी पत्नी समेत अब तक 10 लोगों गिरफ्तार किया गया है। अधिकारी ने बताया कि पुलिस ने इससे पहले डीएसके और उनकी पत्नी के खिलाफ आरोपपत्र दायर किया था, जो पुणे की यरवदा जेल में बंद हैं।