गुजरात के आणंद जिले के खंभात कस्बे में रामनवमी के दिन हुई साम्प्रदायिक हिंसा के बाद शकरपुरा इलाके से अवैध कब्जा हटाने के लिए प्रशासन ने शुक्रवार को वहां बुलडोजर चलवाया। गौरतलब है कि 10 अप्रैल को रामनवमी के जुलूस पर शकरपुरा इलाके में हमला हुआ था।
बदमाशों ने झाड़ियों की आड़ में छुपकर जुलूस पर हमला किया
आणंद के कलेक्टर एम. वाई. दक्षिणी ने बताया कि अवैध कब्जे, लकड़ी और कांक्रीट के अवैध निर्माण सहित सड़कों के किनारे खड़ी झाड़ियों पर भी बुलडोजर चलवाया जा रहा है, क्योंकि रामनवमी को जुलूस पर पथराव करने के बाद बदमाश इन्हीं झाड़ियों में छुप रहे थे। दक्षिणी ने कहा, ‘‘बदमाशों ने झाड़ियों की आड़ में छुपकर जुलूस पर हमला किया। इसलिए हमने शकरपुरा में सड़क किनारे ऊगी झाड़ियों और सरकारी जमीन पर अवैध कब्जे को हटाने का फैसला लिया है। पूरे इलाका साफ होने तक यह अभियान जारी रहेगा।’’
गौरतलब है कि शकरपुरा में 10 अप्रैल, रामनवमी के जुलूस पर पथराव के बाद खंभात में दो सम्प्रदायों के बीच झड़प हो गई थी। आणंद के पुलिस अधीक्षक अजित राजिआन ने इससे पहले कहा था कि खंभात कस्बे में हुई हिंसा कस्बे में मुसलमानों का प्रभाव स्थापित करने के लिए ‘स्लीपर मॉड्यूल’ द्वारा की गई साजिश का हिस्सा है। पुलिस ने इस संबंध में अभी तक 11 लोगों को गिरफ्तार किया है।