छत्तीसगढ़ मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने बृहस्पतिवार को कहा कि बस्तर क्षेत्र में नक्सलवाद बढ़ने के पीछे बेरोजगारी भी एक कारण है। उन्होंने कहा कि केवल बंदूकें और गोलियां ही दशकों पुरानी समस्या का समाधान नहीं कर सकती हैं और विकास ही एकमात्र रास्ता है। बघेल ने कहा कि सरकार ने नक्सलवाल प्रभावित क्षेत्रों में बच्चों के लिए अंग्रेजी माध्यम के स्कूलों सहित कई विद्यालयों को फिर से खोला है।
धीरे-धीरे अपने प्रयास में सफल
मुख्यमंत्री ने कहा, ‘‘मुझे लगता है कि समस्या (नक्सलवाद) के मूल कारण को या तो गलत समझा गया या पूर्व में इसे नजरअंदाज किया गया। सत्ता संभालने के बाद हमने महसूस किया कि केवल बंदूकें और गोलियां ही समस्या का समाधान नहीं कर सकती हैं।’’ बघेल ने एक साक्षात्कार में कहा, ‘‘हमें दशकों पुरानी इस समस्या को हल करने के लिए 360 डिग्री की रणनीति की जरूरत है। मुझे यह बताते हुए खुशी है कि हम धीरे-धीरे अपने प्रयास में सफल हो रहे हैं।
बस्तर में नक्सल समस्या बढ़ने के पीछे बेरोजगारी
मुख्यमंत्री ने कहा, ‘‘हमने स्थानीय समुदायों के साथ विचार-विमर्श शुरू किया और उनसे पूछा कि समस्या के हल के लिए उनका नुस्खा क्या है तथा उन्हें जीवन को बेहतर बनाने के लिए क्या चाहिए। फिर हमने उनके दैनिक जीवन में आने वाली समस्याओं का समाधान करना शुरू कर दिया।’’ बघेल ने कहा कि बस्तर में नक्सल समस्या बढ़ने के पीछे बेरोजगारी भी एक कारण है। उन्होंने कहा, ‘‘हमने समस्या के समाधान के लिए कई कदम उठाए हैं। स्थानीय लोगों को रोजगार देने के प्रयास किए जा रहे हैं।’’