कोटद्वार : जीएमओयू की बसें और जीप टैक्सी चार धाम यात्रा में जाने से पौड़ी गढ़वाल के पर्वतीय क्षेत्र के रूटों पर परिवहन व्यवस्था चरमरा गई है। दैनिक यात्री वाहनों का संचालन बंद होने से सवारियों को वाहनों के लिए भटकना पड़ रहा है। स्थिति यह है कि गंतव्य तक पहुंचने के लिए लोगों को वाहन नहीं मिल पा रहे हैं। गत 10 मई से शुरू हुई चारधाम यात्रा में जीएमओयू की करीब 200 बसें, उत्तराखंड परिवहन निगम के कोटद्वार डिपो की 4 बसें और गढ़वाल जीप टैक्स समिति की 170 टैक्सियों लगाई गई है। जिससे पहाड़ के रूटों पर चलने वाली दैनिक सेवाएं प्रभावित हुई हैं।
जी एम ओ यू की ओर से बैजरौ रूट पर नियमित 4 सेवाओं का संचालन किया जाता है, लेकिन वर्तमान में दो सेवा ही संचालित हो रही है। सिलोगी- ऋषिकेश रूट पर 3 सेवाओं के बजाय महज एक बस का ही संचालन किया जा रहा है। कांडी यमकेश्वर मार्ग पर संचालित होने वाली सेवा गत 2 दिनों से पूरी तरह बंद है। एकेश्वर रूट पर चार बसों के बजाय महज एक बस सेवा का ही संचालन हो रहा है। लैंसडाउन रोड पर संचालित होने वाली दो बस सेवाएं और कल्जीखाल रूट रोड पर संचालित होने वाली एक बस सेवा भी बंद है। लेंसडाउन और धुमाकोट पर संचालित 2-2 हिमगिरी बस सेवा भी बंद है।
बसों और टैक्सियों की कमी के चलते भीड़ अधिक होने के कारण कई रूटों पर लोकल सवारियों को बस और टैक्सी में नहीं बिठाया जा रहा है। निर्धारित सीट में एक भी अधिक ना ले जाने संबंधित शासन के तुगलकी फरमान से आम लोगों की मुश्किलें और बढ़ गई है। जीएमओ के सहायक यात्रा प्रबंधक रमेश चंद्र देवरानी ने कहा कि यात्रा की गति धीमी होने के कारण कंपनी की कई बसें ऋषिकेश में खड़ी हैं। पर्वतीय रूटों पर बसें बहाल करने के लिए 25 बसों के वापस बुलाया जा रहा है।
– विवेक बनियाल