द्रमुक प्रमुख एम के स्टालिन ने बृहस्पतिवार को कहा कि चूंकि उन्होंने विधानसभा अध्यक्ष पी धनपाल को हटाने की मांग वाला प्रस्ताव सौंपा है, उच्चतम न्यायालय के फैसले के अनुसार धनपाल एएमएमके संस्थापक टी टी वी दिनाकरन के नजदीकी तीन अन्नाद्रमुक विधायकों के खिलाफ कार्रवाई पर विचार नहीं कर सकते। ओत्तापिदारम (सु) विधानसभा सीट के उपचुनाव में द्रमुक उम्मीदवार एम सी शानमुगैया के लिए प्रचार करते हुए स्टालिन ने सत्तारूढ अन्नाद्रमुक पर तीन विधायकों को नोटिस भेजने का आरोप लगाया ‘‘ताकि किसी भी तरह से सरकार बचाई जा सके।’’
धनपाल ने मंगलवार को एएमएमके के महासचिव टी टी वी दिनाकरन के करीबी तीन अन्नाद्रमुक विधायकों को नोटिस जारी किया था। इससे कुछ दिन पहले, सत्तारूढ पार्टी ने तमिलनाडु विधानसभा के अध्यक्ष को कथित पार्टी विरोधी क्रियाकलापों के लिए उनके खिलाफ कार्रवाई हेतु याचिका दायर की।
तमिलनाडु विधानसभा में विपक्ष के नेता स्टालिन ने कहा, ‘‘मैंने स्पीकर को हटाने की मांग वाला पत्र सौंपा है और उच्चतम न्यायालय के फैसले के अनुसार, जब धनपाल के खिलाफ प्रस्ताव लंबित है तो धनपाल (विधायकों के मुद्दे पर) कोई कार्रवाई नहीं कर सकते।’’ उन्होंने भरोसा जताया कि उनकी पार्टी सभी 22 विधानसभा क्षेत्रों में जीत दर्ज करेगी जहां उपचुनाव हो रहे हैं। उन्होंने कहा कि अन्नाद्रमुक सरकार को हार का अंदेशा हो गया है और उसने ‘‘तीन विधायकों को अयोग्य ठहराने की योजना बनाई है।’’ तमिलनाडु में 18 सीटों पर उपचुनाव 18 अप्रैल को हुआ था और अब चार अन्य सीटों पर उपचुनाव 19 मई को होगा।