केंद्रीय अन्वेषण ब्यूरो (CBI) ने पश्चिम बंगाल में मवेशी तस्करी के रैकेट में कथित रूप से शामिल व्यवसायी बिनय मिश्रा के माता-पिता को जांच के लिए तलब किया है। बिनय मिश्रा को राज्य की सत्ताधारी पार्टी टीएमसी का करीबी माना जाता है।
जांच एजेंसी के एक अधिकारी ने बताया कि बिनय मिश्रा के माता-पिता को निजाम पैलेस स्थित केंद्रीय जांच एजेंसी के कार्यालय में बुधवार को उपस्थित होने के लिये कहा गया है। मवेशी घोटाले में कथित संलिप्तता के लिए वांछित मिश्रा लुक आउट सर्कुलर एवं गिरफ्तारी वारंट जारी होने के बावजूद जांच एजेंसी के समक्ष उपस्थित होने से बचते रहे हैं।
केंद्रीय एजेंसी की भ्रष्टाचार निरोधक शाखा मिश्रा के आवासीय परिसरों एवं कार्यालयों में कई बार छापेमारी कर चुकी है। मिश्रा के भाई बिकास मिश्रा को एक अन्य केंद्रीय एजेंसी प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने 16 मार्च को राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली से गिरफ्तार किया था। ईडी इस मामले में धन शोधन के पहलू की जांच कर रही है।
सीबीआई मामले की अपनी जांच के सिलसिले में भी बिकास से पूछताछ कर चुकी है। पिछले साल नवंबर में सीबीआई ने इनामुल हक नाम के एक व्यक्ति को गिरफ्तार किया था। हक भारत बांग्लादेश सीमा पर चलाये जा रहे मवेशी तस्करी रैकेट का कथित तौर पर सरगना है।
यह आरोप है कि पशु तस्कर अपने अवैध कारोबार को जारी रखने के लिये सीमा सुरक्षा बल एवं सीमा शुल्क विभाग के अधिकारियों को रिश्वत देते थे। इस मामले में कथित रूप से शामिल रहने के लिए सीबीआई ने 36 बीएसएफ बटालियन के एक पूर्व कमांडेंट को भी पकड़ा था। जांच एजेंसी ने इस साल आठ फरवरी को हक और सीमा सुरक्षा बल के अधिकारी के खिलाफ मामले में आरोप पत्र दायर किया था।