पश्चिम बंगाल के बीरभूम में हुई हिंसा की जांच अब सीबीआई करेगी। कलकत्ता हाई कोर्ट ने आदेश देते हुए बंगाल सरकार द्वारा एसआईटी से मामले के कागजात और गिरफ्तार लोगों को सीबीआई के सुपुर्द करने को कहा है। हाई कोर्ट के फैसले पर बीजेपी नेता दिलीप घोष की प्रतिक्रिया सामने आई है।
दिलीप घोष ने ममता बनर्जी पर SIT गठित कर हर घटना को दबाने की कोशिश करने का आरोप लगाते हुए कहा कि कोर्ट को भी उन (ममता बनर्जी) पर विश्वास नहीं था इसलिए इस मामले को कोर्ट ने अपने हाथ में लिया। यह पूरा मामला किसी एक न्यायमूर्ति की देखरेख में चलेगा।
बता दें की बीरभूम के रामपुरहाट इलाके में टीएमसी नेता की हत्या के बाद हिंसा भड़क गई थी जिसके बाद कई घरों में आग लगाकर 2 बच्चो समेत 8 लोगों की जिन्दा जलकर मौत हो गई थी। बीरभूम में हुई इस हिंसा में पुलिस ने अब तक 23 लोगों को गिरफ्तार किया है।
बीरभूम हिंसा : ममता सरकार को HC से झटका, CBI को दिया जांच का आदेश
कलकत्ता हाई कोर्ट ने इस घटना में स्वत: संज्ञान लेते हुए सुनवाई की थी। हालांकि कोर्ट ने पहले खुद सीबीआई जांच को नकार दिया था और कहा था कि, इस मामले में जांच का मौका पहले राज्य को दिया जाना चाहिए। बीरभूम हिंसा का मामला सुप्रीम कोर्ट भी पहुंच गया है।
दायर याचिका में सुप्रीम कोर्ट के रिटायर जज की अध्यक्षता में SIT गठन कर जांच की मांग की गई है। इसके अलावा याचिका में कहा गया है कि, स्थानीय अधिकारी राज्य की सत्तारूढ़ तृणमूल कांग्रेस के प्रभाव के चलते इस भयानक वारदात के असली मुजरिमों को बचाने के प्रयास कर रहे हैं।