बॉलीवुड के बाद कन्नड़ फिल्म इंडस्ट्री भी ड्रग मामले में सवालों के घेरे में है। इस इंडस्ट्री के कलाकारों और गायकों द्वारा ड्रग्स के सेवन और कारोबार की जांच कर रही बेंगलुरु की केंद्रीय अपराध शाखा (CCB ) ने अभिनेत्री रागिनी द्विवेदी के आवास पर शुक्रवार सुबह छापेमारी की। सीसीबी ने बुधवार को रागिनी को इस सिलसिले में तलब किया था।
सीसीबी ने कोर्ट से इस संबंध में सर्च वारंट हासिल किया। और शुक्रवार सुबह छह बजे सीसीबी की एक टीम अभिनेत्री रागिनी द्विवेदी के आवास पर पहुंची। सीसीबी ने बुधवार को अभिनेत्री को नोटिस जारी करके पेश होने को कहा था लेकिन द्विवेदी ने वकीलों की एक टीम भेजकर सोमवार तक का समय मांगा था।
पुलिस ने इसके बाद अभिनेत्री को निर्देश दिया था कि वह शुक्रवार को उनके समक्ष उपस्थित हो जाएं। सीसीबी के सूत्रों ने बताया कि अभिनेत्री सुबह 10 बजे अधिकारियों के समक्ष पेश होंगी। इसी बीच पुलिस ने बताया कि उन्होंने रवि नाम के एक व्यक्ति को गिरफ्तार किया है जिसकी कन्नड़ फिल्म उद्योग में काफी पैठ है।
रवि को मादक पदार्थ के मामले में गिरफ्तार किया गया है और एक कोर्ट ने उसे पांच दिन की पुलिस हिरासत में भेज दिया। मादक पदार्थ नियंत्रण ब्यूरो (एनसीबी) ने बेंगलुरु से तीन लोगों को गिरफ्तार किया था, जिन पर कन्नड़ फिल्म उद्योग (कन्नड़ फिल्म उद्योग को ‘सैंडलवुड’ भी कहा जाता है) के गायकों और कलाकारों को मादक पदार्थ की आपूर्ति करने का आरोप है।
जिसके बाद सीसीबी ने इस मामले में गहन जांच शुरू कर दी थी। फिल्मनिर्माता और पत्रकार इंद्रजीत लंकेश ने सैंडलवुड में मादक पदार्थ के इस्तेमाल को लेकर सीसीबी के पास अपना बयान दर्ज कराया है। उन्होंने बताया कि यहां के फिल्म उद्योग के कम से कम 15 लोग मादक पदार्थ से जुड़े कारोबार में शामिल हैं।
द्विवेदी का जन्म बेंगलुरु में हुआ है जबकि उनके परिवार का ताल्लुक हरियाणा के रेवाड़ी से है। वह 2009 में ‘वीरा मदाकरी’ फिल्म से सैंडलवुड में आईं थीं। वहीं उन्हें केम्पे गौड़ा, रागिनी आईपीएस, बंगारी और शिवा जैसी फिल्मों से प्रसिद्धी मिली।