महाराष्ट्र कांग्रेस ने शनिवार को केंद्र सरकार पर आरोप लगाया कि उसने कोविड-19 महामारी, चक्रवात तथा पिछले साल राज्य में हुई भारी बारिश जैसी अन्य आपदाओं से निपटने के लिए मिलने वाले धन में हेरफेर कर महाराष्ट्र के ‘वाजिब बकाये ’ को रोका हुआ है।
प्रदेश कांग्रेस प्रमुख नाना पटोले ने भाजपा पर महामारी दौरान गैर जिम्मेदाराना व्यवहार करने का आरोप लगाया। इससे एक दिन पहले विधानसभा में विपक्ष के नेता देवेंद्र फड़णवीस ने कहा था कि महाराष्ट्र ही देश में एक ऐसा राज्य है जिसने संकट के दौरान लोगों को कोई सहायता उपलब्ध नहीं कराई।
पटोले ने कहा, “ यह गैर जिम्मेदाराना व्यवहार है। फड़णवीस को केंद्र सरकार द्वारा महाराष्ट्र को दी गई सहायता के बारे में जानकारी देनी चाहिए थी। पिछले साल से, राज्य महामारी और चक्रवात, बाढ़ तथा भारी बारिश से खुद ही निपट रहा है। एमवीए सरकार लोगों की मुश्किलों को कम करने के लिए कड़ी मेहनत कर रही है।”
उन्होंने आरोप लगाया, “ केंद्र सरकार महाराष्ट्र को उसका वाजिब धन नहीं देकर उसके साथ पक्षपातपूर्ण व्यवहार कर रही है। भाजपा नेताओं ने मुख्यमंत्री राहत कोष में योगदान देने के बजाय पीएम केयर्स कोष में दान दिया।
राज्य को 20 लाख करोड़ रुपये के (आत्मनिर्भर) पैकेज में से क्या मिला?” उन्होंने आरोप लगाया कि केंद्र सरकार संघीय जांच एजेंसियों का इस्तेमाल महाराष्ट्र की छवि को धूमिल करने के लिए कर रही है। कांग्रेस नेता ने कहा, “ पिछले साल बिना योजना के लगाए गए लॉकडाउन से देश आर्थिक संकट के मुहाने पर पहुंच गया है।”