पश्चिम बंगाल में चुनाव के बाद हुई हिंसा का मुद्दा विवाद पकड़ता जा रहा है। हिंसा को लेकर राज्य की नवनिर्वाचित टीएमसी सरकार विपक्ष के निशाने पर है। अब इस विवाद में राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (RSS) की भी एंट्री हो गई है। आरएसएस ने केंद्र सरकार से राज्य में शांति स्थापित करने के लिए आवश्यक और संभव कदम उठाने की मांग करते हुए कड़ी कार्रवाई करने को कहा है।
बंगाल हिंसा पर आरएसएस महासचिव दत्तात्रेय होसबले ने शुक्रवार को राज्य सरकार से आग्रह करते हुए कहा, पश्चिम बंगाल सरकार की सर्वोच्च प्राथमिकता राज्य में चल रही हिंसा को तुरंत समाप्त कर कानून का शासन स्थापित करना, दोषियों को अविलंब गिरफ़्तार कर कठोर कार्रवाई सुनिश्चित करना।
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उन्होंने कहा, हिंसा पीड़ितों में मन में विश्वास व सुरक्षा का भाव पैदा कर पुनर्वास के लिए आवश्यक कदम उठाना होना चाहिए। हम केंद्र सरकार से भी आग्रह करते है कि वो बंगाल में शांति कायम करने के लिए आवश्यक हर संभव कदम उठाए और सुनिश्चित करे कि राज्य सरकार भी इस दिशा में कार्रवाई करे।
राज्य में चुनाव के बाद हुई हिंसा में 16 लोगों की जाने गई हैं। मृतकों में में ज्यादातर बीजेपी और टीएमसी के कार्यकर्ता और संयुक्त मोर्चा के एक कार्यकर्ता शामिल हैं। घटना की जांच के लिए केंद्रीय गृह मंत्रालय ने चार सदस्य तथ्यान्वेषी टीम का गठन किया है। टीम को पश्चिम बंगाल में चुनाव बाद हिंसा के कारण की जांच की जिम्मेदारी सौंपी गई है।