उत्तराखंड के चमोली में ग्लेशियर टूटने के बाद आई आपदा को आज चार दिन हो चुके हैं। आईटीबीपी, एनडीआरएफ, एसडीआरएफ और अन्य एजेंसियों की संयुक्त टीम का लगातार तीसरे दिन से तपोवन सुरंग के अंदर रेस्क्यू ऑपरेशन जारी है। अबतक 32 लोगों की मौत हो चुकी है, जबकि 197 लोग लापता हैं।
उत्तराखंड सरकार के अनुसार, उत्तराखंड में ग्लेशियर टूटने के बाद अब तक 32 लोगों के शव बरामद हुए हैं जिनमें से 8 शवों की शिनाख्त हो पाई और 24 शव अज्ञात हैं। लापता लोगों की कुल संख्या 206 है। वहीं टनल में फंसे हुए लोगों को बहार निकालने का काम लगातार जारी है।
उत्तराखं डआपदा शमन और प्रबंधन केंद्र प्रमुख पियूष रौतेला ने बताया कि बाद के कारण पुल टूट जाने के बाद 12-13 गांवों से संबंध टूट गया है। इसलिए हम उनके लिए राशन, पानी, बिजली जैसी आवश्यक व्यवस्था कर रहे हैं। जल्द ही हम एक अस्थायी पुल भी स्थापित करें।
उन्होंने बताया कि हम सिर्फ इतना जानते हैं कि सुरंग 2.5 किमी लंबी है और 30-35 कर्मचारी अंदर फंस गए हैं। एसडीआरएफ, पुलिस, आईटीपीबी, सेना और नौसेना के गोताखोर सुरंग के अंदर फंसे लोगों को खोजने के लिए मलबा हटा रहे हैं। इस ओप्रशन में आईटीबीपी, एनडीआरएफ, एसडीआरएफ और अन्य एजेंसियां लगी हुई हैं।
तपोवन टनल में तीन दिन से फंसे लोगों को रेस्क्यू करना मुश्किल होता जा रहा है। टनल के अंदर मौजूद टनों मलबा बचाव कार्य में बाधा बन रहा है। वहीं टनल में जलस्तर भी बढ़ रहा है। इसलिए बचाव अभियान में ड्रोन-लेजर इमेजिंग की मदद ली जा रही है।