देश के स्वच्छतम राज्यों की श्रेणी में छत्तीसगढ़ अव्वल रहा है। विज्ञान भवन में आयोजित ‘स्वच्छ अमृत महोत्सव’ समारोह में राष्ट्रपति राम नाथ कोविंद ने मुख्यमंत्री भूपेश बघेल को अवार्ड दिया। कार्यक्रम में केंद्रीय आवास एवं शहरी कार्य मंत्री हरदीप सिंह पुरी और केंद्रीय राज्य मंत्री कौशल किशोर भी मौजूद रहे।
इस मौके पर मुख्यमंत्री बघेल ने कहा, ‘‘छत्तीसगढ़ ने लगातार तीसरे साल स्वच्छतम राज्य का राष्ट्रीय पुरस्कार जीता है। इसका श्रेय छत्तीसगढ़ के पौने तीन करोड़ लोगों को जाता है। मैं विशेष रूप से राज्य की महिलाओं को इसका श्रेय देना चाहूंगा, जिन्होंने शहरों से लेकर गांवों तक स्वच्छता की एक नयी संस्कृति का निर्माण किया है।’’
नगरीय निकायों के लिए महापौर एजाज ढेबर (रायपुर), अजय तिर्की (अंबिकापुर), चंद्रकांत मांडले (भिलाई चरौदा), रामशरण यादव (बिलासपुर), कंचन जायसवाल (चिरमिरी), जानकी अमृत काटजू (रायगढ़), राज किशोर प्रसाद (कोरबा), हेमा सुदेश देशमुख(राजनांदगांव), धीरज बकलीवाल (दुर्ग) के साथ ही अन्य नगर निगमों के आयुक्त, नगर पालिका अध्यक्ष, मुख्य नगर पालिका अधिकारी और नोडल अधिकारियों ने पुरस्कार ग्रहण किया।
समारोह में छत्तीसगढ़ के सर्वाधिक 67 नगरीय निकायों को भी उत्कृष्ट प्रदर्शन के लिए विभिन्न श्रेणियों में पुरस्कार दिए गए। सम्मानित किए गए निकायों की संख्या के हिसाब से राज्य के नगरीय निकायों की संख्या सबसे अधिक है। केंद्रीय आवास एवं शहरी कार्य मंत्रालय की ओर से प्रत्येक वर्ष देश के समस्त शहरों एवं राज्यों के मध्य स्वच्छ सर्वेक्षण का आयोजन किया जाता है।
इसमें विभिन्न मापदंडों के अंतर्गत शहरी स्वच्छता का आकलन किया जाता है। मुख्य रूप से घर-घर से कचरा एकत्रीकरण, कचरे का वैज्ञानिक रीति से निपटान, खुले में शौच मुक्त शहर, कचरा मुक्त शहर आदि का थर्ड पार्टी के माध्यम से आकलन करते हुए नागरिकों के फीडबैक को भी इसमें शामिल किया जाता है।
इसी आधार पर राज्यों एवं शहरों की रैंकिंग जारी कर उत्कृष्ट प्रदर्शन करने वाले राज्यों तथा शहरों को पुरस्कृत किया जाता है। उल्लेखनीय है कि वर्ष 2019 और 2020 में भी स्वच्छता सर्वेक्षण में छत्तीसगढ़ अग्रणी रहा है।