बॉम्बे हाई कोर्ट के मुख्य न्यायाधीश प्रदीप नंदराजोग ने शनिवार को कहा कि मध्यस्थता के माध्यम से विवाद के समाधान का ग्राफ गिरता जा रहा है और इसे ऊपर उठाने के लिए अवश्य ही कोशिश की जानी चाहिए। मुख्य न्यायाधीश ने यहां ‘क्षमता निर्माण एवं मध्यस्थता गतिविधियों का मूल्यांकन’ विषय पर एक दिवसीय सम्मेलन के उद्घाटन भाषण में यह कहा।
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उन्होंने कहा, ‘‘ मध्यस्थता के माध्यम से विवाद के समाधान का ग्राफ गिरता जा रहा है। इस ग्राफ को ऊपर उठाने की जरूरत है। यदि आप मध्यस्थता की मेज पर किये जाने वाले दावे और प्रतिदावे पर गौर करेंगे तो आप दोनों पक्षों को कुछ देने की गुजाइंश ढूढ पायेंगे…।’’ न्यायमूर्ति नंदराजोग ने कहा कि मध्यस्थ हल ढूंढने के लिए दोनों पक्षों को एक ऐसी स्थिति में ले जाता है, जहां दोनों पक्षों को कुछ हासिल होता है।
उन्होंने संबद्ध पक्षों के चेहरे पर मुस्कान लाने के लिए भी न्यायाधीशों से कहा। उन्होंने कहा कि द्वितीय विश्व युद्ध के बाद की अवधि में परंपरागत पंचायत प्रणाली ने विवाद समाधान में सहायता की लेकिन हमने समुदायों के विघटन के चलते इसे खो दिया।