त्रिपुरा के मुख्यमंत्री बिप्लव देब ने कहा है कि मुगलों की मंशा राज्य की ऐतिहासिक इमारतों को ‘‘ध्वस्त’’ कर राज्य की सांस्कृतिक धरोहरों को नष्ट करने की थी। देब ने लोगों से अपील की कि सोशल मीडिया का इस्तेमाल त्रिपुरा की खूबसूरती और सांस्कृतिक विरासत को बढ़ावा देने में करें।
उन्होंने सोमवार को एक आधिकारिक बयान जारी कर कहा, ‘‘त्रिपुरा में अब भी कई अद्भुत चीजें हैं जिनके बारे में लोगों को पता नहीं है…मुगल कला और वास्तु कला को ध्वस्त कर त्रिपुरा की संस्कृति नष्ट करना चाहते थे।’’ उन्होंने कहा, ‘‘माताबाड़ी की देवी इतनी दैवीय हैं कि कछुआ भी अंतिम सांस लेने से पहले मंदिर तक चलकर आता है। इन सब चीजों को सोशल मीडिया पर साझा किया जाना चाहिए क्योंकि ज्यादा लोगों को त्रिपुरा की विशिष्टता के बारे में पता नहीं है।’’
देब ने कहा कि उनकी सरकार ने पर्यटन को बढ़ावा देने के लिए फोटो और वीडिया प्रतियोगिता शुरू की है। उन्होंने कहा कि अगर हर कोई कम से कम पांच पर्यटन के आकर्षण केंद्रों और राज्य की अद्भुत चीजों के बारे में पोस्ट करने लगे तो सरकार को अलग से विज्ञापन देने की जरूरत नहीं होगी। पद संभालने के बाद से ही मुख्यमंत्री विवादों में रहे हैं। पिछले वर्ष अप्रैल में उन्होंने दावा किया था इंटरनेट और उपग्रह महाभारत के जमाने से ही हैं।