अधिकारियों ने यहां बताया कि श्री राव अपराह्न एक बजकर 20 मिनट पर तेलंगाना सचिवालय में अपने चैंबर में बैठेंगे। अधिकारियों ने यहां बताया कि नये राज्य सचिवालय का निर्माण कॉन्फ्रेंस हॉल, विजिटर्स लाउंज, डाइनिंग हॉल और अन्य सभी आधुनिक सुविधाओं के साथ किया गया है।
20 महीने के भीतर सचिवालय का निर्माण पूरा
राज्य के सड़क और भवन मंत्री वेमुला प्रशांत रेड्डी का कहना है कि तेलंगाना सचिवालय सबसे विशाल है और देश में कहीं भी ऐसी कोई विशेष इमारत नहीं है। उन्होंने कहा कि हमारे सचिवालय को इंडियन ग्रीन बिलि्डंग काउंसिल से गोल्डन सर्टिफिकेट मिलने का भी सम्मान मिला है। भवन में हॉल, गुंबद और स्काईलाउंज देश के किसी अन्य सचिवालय से बेजोड़ हैं। उन्होंने कहा कि अनेक विशिष्टताओं वाला हमारा सचिवालय संघर्ष से प्राप्त तेलंगाना राज्य के स्वाभिमान और गौरव के प्रतीक के रूप में खड़ रहेगा।
श्री राव ने कुछ दिनों पहले कहा था कि अग्रिम योजना और निरंतर निगरानी के परिणामस्वरूप 20 महीने के भीतर सचिवालय का निर्माण पूरा हो गया है। उन्होंने कहा,‘‘ जैसा कि पूर्व में घोषणा की गई थी, इस महीने की 30 तारीख को सचिवालय का उद्घाटन भव्य तरीके से किया जाएगा। हमने सचिवालय में कुल 635 कमरे और 30 कांफ्रेंस हॉल बनाए हैं। सभी मंत्रियों के लिए विशेष कक्ष और सम्मेलन कक्ष की व्यवस्था की गई है। यह देश का पहला सचिवालय है, जहां मंत्रियों, सचिवों और कर्मचारियों को एक साथ रखा जाता है।
सचिवालय परिसर में एक साथ 1,200 वाहन खड़ हो सकते हैं
पहले चूंकि प्रत्येक व्यक्ति एक अलग कार्यालय में रहता था, इसलिए कार्यों को संभालने और फाइलों के संचलन में काफी देरी होती थी। यहां प्लग एंड प्ले सिस्टम स्थापित किया गया है। इसमें कर्मचारियों के लिए आवश्यक सभी सुविधाएं शामिल हैं। प्रत्येक कॉन्फ्रेंस हॉल में वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के लिए बड़ स्क्रीन लगाई हैं। अट्ठाइस एकड़ क्षेत्र में बने इस नए सचिवालय को अद्वितीय वास्तुकला वाला बताया जा रहा है। सचिवालय परिसर में एक साथ 1,200 वाहन खड़ हो सकते हैं।
तेलंगाना सचिवालय में ऐतिहासिक चारमिनार और गोलकुंडा के साथ-साथ नयी वास्तुकला की झलक देखने को मिलेगी। यह आधुनिक सुविधाओं से लैस होगा। यह देखने में इंडो-सरससेनिक स्टाइल जैसा लगता है और इसमें इंडो-इस्लामिक आर्किटेक्चरल फीचर्स जैसे गुंबद हैं। गुंबद के ऊपर राष्ट्रीय चिह्न‘अशोक स्तम्भ’देखने को मिलेगा। इसमें चार दिशाओं के द्वार बनाए गए हैं। सचिवालय में पहली से छठी मंजिल पर मंत्रियों के कक्ष होंगे।