ओडिशा के मुख्यमंत्री नवीन पटनायक आज महानदी के ऊपर नव निर्मित गोपीनाथपुर-बैदेश्वर सेतु का लोकार्पण किया है। 3.4 किमी. लम्बा यह सेतु ओडिशा का सबसे बड़ा सेतु है। इस सेतु के निर्माण में 132 करोड़ 62 लाख रुपया खर्च हुआ है। गोपीनाथपुर-सिंहनाथ पीठ-बैदेश्वर हाईलेबल सेतु के निर्माण हो जाने से 5 लाख लोगों को लाभ मिलेगा। यह सेतु कटक बड़ंबा नरसिंहपुर से बांकी बैद्यनाथपुर को संयोग कर रहा है।
इस सेतु से कटक जिले के साथ ही अन्य जिले में आवागमन की सुविधा बेहतर हो जाएगी। इसके साथ ही यह सेतु से कृषि, पर्यटन, व्यापार के लिए भी कारगर साबित होगा। नए सेतु को लेकर स्थानीय लोगों में भी काफी उत्साह का माहौल क्योंकि काफी पुरानी मांग उनकी पूरी हुई है। इसके लिए लोगों ने मुख्यमंत्री के प्रति धन्यवाद ज्ञापन किया है। पटनायक ने 28 फरवरी 2014 को इस पुल की आधारशिला रखी थी। पटनायक के दौरे के मद्देनजर पुलिस ने बांकी में काले झंडे लेकर प्रदर्शन कर रहे कांग्रेस और भारतीय जनता पार्टी के सैकड़ों कार्यकर्ताओं को हिरासत में ले लिया, जिनमें पूर्व विधायक देबाशीष पटनायक भी शामिल हैं।
विपक्षी दल के कार्यकर्ता कालाहांडी में एक शिक्षिका के अपहरण और हत्या मामले में मुख्य आरोपी से कथित संबंधों के लिए राज्य के गृह मंत्री डी एस मिश्रा को बर्खास्त करने की मांग कर रहे हैं। पटनायक ने जुलाई 2017 को त्रिसुलिया में काठाजोड़ी नदी पर 2.88 किलोमीटर लंबे नेताजी सुभाष चंद्र बोस सेतु का उद्घाटन किया था, जो अभी तक राज्य का सबसे लंबा पुल था। यह पुल बारंग से होते हुए भुवनेश्वर और कटक को जोड़ता है।